- मंत्री श्रीकांत शर्मा ने प्रियंका गांधी पर भी बोला हमला, कहा शहजादी सिर्फ ट्वीट करती हैं

- मामले की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश केंद्र सरकार को भेजी

LUCKNOW

बिजली कर्मियों के पीएफ, ग्रेच्युटी व पेंशन अंशदान के 2300 करोड़ रुपये के घोटाले का ठीकरा ऊर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा ने अखिलेश सरकार पर फोड़ा है। उन्होंने कहा कि जिस निर्णय के आधार पर रकम को प्राइवेट कंपनी में निवेश किया गया वह निर्णय अखिलेश सरकार के दौरान हुआ था। पीएफ घोटाले को लेकर ट्वीट करने वाली कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पर भी शर्मा जमकर बरसे और उन्हें पति राबर्ट वाड्रा द्वारा राजस्थान और हरियाणा में किये गए जमीन घोटालों पर बोलने की सलाह दी। उन्होंने बिजलीकर्मियों को एक बार फिर आश्वस्त किया कि उनके सारे रुपये वापस लाए जाएंगे। वहीं मामले की जांच में सरकार प्रवर्तन निदेशालय की भी मदद लेगी। इसके साथ ही एफआइआर के आधार पर ईओडब्ल्यू ने भी शुरू की जांच कर दी है।

अखिलेश यादव पर बोला हमला

लोकभवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऊर्जा मंत्री ने अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि उनकी पार्टी के प्रवक्ता बिना होमवर्क किये अनर्गल बातें कर रहे हैं। कहा, 21 अप्रैल 2014 को बोर्ड ऑफ ट्रस्टी ने निर्णय लिया था कि बैंक के निवेश की तरह अधिक सुरक्षित और ज्यादा ब्याज देने वाले विकल्पों पर विचार कर उन्हें प्रस्तुत किया जा सकता है। जरूरत पड़ने पर इसके लिए निवेश सलाहकार की सेवाएं लेने के लिए निदेशक वित्त को अधिकृत किया गया था। अक्टूबर 2016 तक दोनों ट्रस्टों की धनराशि को राष्ट्रीयकृत बैंकों के फिक्स्ड डिपाजिट में ही निवेश किया जा रहा था। उन्होंने सवाल किया कि यह निर्णय जिस वक्त हुआ प्रदेश का मुख्यमंत्री कौन था। कहा, घोटाले की सुरंग अखिलेश ने तैयार की थी, उन्हें यह बताना चाहिये कि दाउद से संबंध रखने वाली डीएचएफसीएल से उनके क्या संबंध थे। उन्होंने कहा कि डीएचएफसीएल में रकम का निवेश 17 मार्च 2017 से शुरू हुआ, उस वक्त भी अखिलेश ही सीएम थे।

सरकार ने तुरंत की कार्रवाई

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि योगी सरकार करप्शन के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति रखती है। यही वजह है कि 10 जुलाई 2019 को गुमनाम पत्र के जरिए इस मामले की शिकायत मिली थी। जिस पर पावर कॉरपोरेशन के एमडी जो कि ट्रस्ट के चेयरमैन भी हैं, ने जांच के लिये कमेटी गठित कर दी। 29 अगस्त को कमेटी की जांच आख्या मिली। जिसके बाद शनिवार को हजरतगंज कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए तत्कालीन निदेशक वित्त सुधांशु द्विवेदी और जीएम व सचिव ट्रस्ट प्रवीण कुमार गुप्ता को अरेस्ट कर जेल भेज दिया गया। इतना ही नहीं, मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश केंद्र सरकार के कार्मिक मंत्रालय को भेज दी गई है।

प्रियंका, अखिलेश पर जमकर बरसे

श्रीकांत शर्मा ने प्रियंका गांधी पर वार करते हुए कहा कि शहजादी सिर्फ ट्विटर पर एक्टिव हैं। प्रियंका को पति राबर्ट वाड्रा द्वारा राजस्थान और हरियाणा में किये गए जमीन घोटालों की याद दिलाते हुए कहा कि से जुड़े घोटालों की याद दिलाते हुए कहा कि उन्हें उन गरीब किसानों पर भी कुछ कहना चाहिये। इसके अलावा उन्हें यह भी बताना चाहिये कि घोटाले के आरोप में जेल में बंद चिदंबरम ने उनके परिवार को कितना कमीशन दिया था। अखिलेश यादव को शहजादा नाम से संबोधित करते हुए शर्मा ने कहा कि उन्हें याद करना चाहिये कि उनके सरकार के कार्यकाल के दौरान सबसे बड़ा खनन घोटाला हुआ था। कहा, हमारी सरकार हाईकोर्ट के आदेश का इंतजार नहीं करती और मामला सामने आते ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने बिना देरी किये मामले की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश कर दी।

ऊर्जा मंत्री जिम्मेदार, बर्खास्त हों बिजली विभाग में पीएफ घोटाले को लेकर कांग्रेस ने प्रदेश सरकार पर करारा हमला बोला है। प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने घोटाले के लिये सीधे-सीधे ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा को जिम्मेदार बताते हुए उन्हें तुरंत बर्खास्त कर उनके समेत तत्कालीन एमडी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। प्रदेश मुख्यालय में रविवार को पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि गुमनाम पत्र पर हुई जांच के बाद 28 अगस्त 2019 को पुष्टि हो गई थी कि बिजली विभाग के कर्मचारियों के पीएफ का 2600 करोड़ रुपया डिफॉल्टर कंपनी डीएचएफसीएल में निवेश कर दिया गया है। फिर भी सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की।

ऊर्जा मंत्री बताएं कंपनी से अपने रिश्ते : अखिलेश

पीएफ घोटाले पर आरोप-प्रत्यारोप का क्रम तेज हो गया है। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा द्वारा लगाए आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि द्वेष की राजनीति के चलते आरोप लगाए जा रहे हैं। सत्ताधारी लोग नए-नए बहानों से जनता का ध्यान भटकाने की साजिश करते रहते हैं। रविवार को जारी किए बयान में अखिलेश ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार अपने बेदाग होने का ढिंढोरा खूब पीटती है, लेकिन धीरे-धीरे उसके घोटालों की परतें खुल रही हैं।