200 से अधिक खुले स्थानों पर फेंका जा रहा कूड़ा

100 प्वाइंट्स प्रमुख प्लेसेस पर

40 कॉम्पैक्टर लगाने की तैयारी शुरू

- ये प्वाइंट्स प्रमुख मार्गो या मार्केट एरिया में स्थित

- एक माह बाद शुरू होने जा रहा सर्वेक्षण, रैंकिंग पर फिर मंडराया खतरा

LUCKNOW:

एक तरफ जहां शहर को स्मार्ट बनाने की कवायद की जा रही है, वहीं दूसरी तरफ आलम यह है कि शहर में वैसे तो 200 के करीब ऐसे प्वाइंट्स हैं, जहां खुले में कूड़ा फेंका जा रहा है, लेकिन इनमें से 80 से 100 प्वाइंट्स ऐसे हैं, जो प्रमुख मार्गो या मार्केट एरिया में हैं। निगम प्रशासन की ओर से ओपन कूड़ा घरों को समाप्त करने के लिए कवायद तो की जा रही है लेकिन एक माह बाद शुरू होने जा रहे स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में एक बार फिर से शहर की रैंकिंग डाउन होने का खतरा मंडराने लगा है।

पहले से ही चिन्हित

नगर निगम की ओर से खुद ऐसे प्वाइंट चिन्हित किए गए हैं, जहां खुले में कूड़ा फेंका जा रहा है। सड़क किनारे कूड़ा डंप होने से जनता को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नही, नगर निगम की ओर से उक्त सभी प्वाइंट को समाप्त करने के लिए कई बार कार्य योजना भी बनाई गई, लेकिन नतीजा सिफर रहा।

31 दिन का समय

निगम प्रशासन के पास अब सिर्फ 31 दिन का समय बाकी है। जनवरी के पहले सप्ताह से स्वच्छता सर्वेक्षण की शुरुआत हो जाएगी। ऐसे में निगम प्रशासन के पास सिर्फ और सिर्फ 31 दिन का समय ही रह गया है। हालांकि एक बड़ा सवाल यह है कि 31 दिन में 100 ओपन कूड़ाघर कैसे समाप्त होंगे।

40 प्वाइंट पर कॉम्पैक्टर

निगम प्रशासन की ओर से 40 प्वाइंट पर तो कॉम्पैक्टर लगाने की योजना तैयार कर ली गई है और कई 20 से अधिक प्वाइंट्स पर कॉम्पैक्टर लगाए भी गए हैं लेकिन इसके बाद भी ओपन कूड़ाघरों की संख्या कहीं अधिक है। एक माह के अंदर हर प्वाइंट पर कॉम्पैक्टर भी नहीं लगाया जा सकता क्योंकि यह सेटअप लगाने में खासा खर्च आता है।

कूड़ा उठान भी समस्या

निगम प्रशासन के सामने कूड़ा उठान की भी खासी समस्या है। कई प्वाइंट्स पर सुबह तो कूड़ा उठा लिया जाता है, लेकिन शाम होते-होते तक स्थिति फिर वैसे ही हो जाती है। इस स्थिति में अगर केंद्र से आने वाली टीम निरीक्षण करेगी तो निगम को अंकों का नुकसान होना तय है।

पहले चरण में करीब 80 के करीब ओपन कूड़ाघरों को समाप्त करने की योजना बनाई गई है। उक्त सभी प्वाइंट्स पर कॉम्पैक्टर लगाए जाएंगे। जनता से भी अपील है कि खुले में कूड़ा न फेंके।

डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त