12वीं में पढ़ने वाले किशोर ने तीसरी क्लास की बच्ची को बना लिया था हवस का शिकार

PRAYAGRAJ: दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट के कैंपेन 'बचा रहे बचपन' की डिफरेंट सिरीज में आपने डिफरेंट केसेज पढ़े। इन सभी केसेज में एक बात कॉमन थी कि एक्यूज्ड फैमिली वालों से बहुत ज्यादा परिचित थे। कई बार तो यह उनके खुद के रिलेटिव्स ही थे। ऐसे में यह बात जाहिर है कि अपनों से खास सावधानी बरतने की जरूरत है। अब इस कैंपेन के 15वें दिन पढि़ए एक ऐसे केस के बारे में जहां पड़ोसी ने तीसरी क्लास में पढ़ने वाली एक बच्ची को अपनी हवस का शिकार बना डाला। इस केस का शॉकिंग पहलू यह है कि एक्यूज्ड 12वीं का स्टूडेंट था।

तीसरी क्लास में पढ़ती थी बच्ची

यह 12 दिसंबर 2017 में मेजा एरिया में हुई थी। यहां एक बच्ची के साथ रेप की घटना हुई। पड़ोसी युवक तीसरी क्लास में पढ़ने वाली लड़की के साथ घटना को अंजाम दिया। रात के अंधेरे में जब सभी लोग सो रहे थे तो वह चुपके से आया और बच्ची का मुंह दबाकर उसे उठा ले गया। वहां पर बच्ची की तबीयत बिगड़ गई। उसकी हालत खराब होते देख वह युवक उसको वहीं पर छोड़कर भाग निकला। इधर घर में जब मां ने बच्ची को नहीं देखा तो उसकी तलाश शुरू कर दी।

हालत देख निकल गई चीख

घर में इधर-उधर ढूंढने के बाद जब वह कहीं नजर नहीं आई तो घरवाले उसे बाहर ढूंढने निकले। वह घर के पास स्थित बगीचे में पहुंचे तो वहां किसी के सिसकने की आवाज आ रही थी। आवाज की तरफ जाकर देखा तो वहां पर वह बच्ची खून से लथपथ पड़ी थी। बच्ची की हालत देख परिजनों की चीख निकल गई। आनन-फानन में घरवाले उसे लेकर स्थानीय हॉस्पिटल की तरफ भागे। वहां बच्ची की हालत ज्यादा खराब देख उसे प्रयागराज रेफर कर दिया गया।

तहरीर पर दर्ज हुआ केस

बच्ची की हालत थोड़ी स्थिर हुई तो घरवालों ने उससे आरोपी के बारे में पूछा। इस पर बच्ची ने पड़ोसी के युवक का नाम लिया। इस पर परिजनों ने उस युवक के खिलाफ तहरीर दी। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। उधर आरोपी रातभर गायब था। सुबह पुलिस ने उसे ढूंढकर अरेस्ट कर लिया। बाद में उसको किशोर न्याय बोर्ड के हवाले कर दिया गया।

मामले में कानूनी कार्रवाई हुई, लेकिन यह भी ध्यान रखना चाहिए कि इस घटना ने पीडि़ता के मनोमस्तिष्क पर किस तरह का असर डाला होगा। ऐसी घटनाओं से बचने के लिए पैरेंट्स को और ज्यादा अलर्ट रहने की जरूरत है।

(घटना की डिटेल अल कौसर सोसायटी की नाजिया नफीस से मिली है। पहचान छुपाने के लिए नाम और तथ्य हटा दिए गए हैं। )