पहले जानें कितने नोट वापस आए
भारत सरकार ने पिछले साल नवंबर में 500 व 1000 के नोट को बंद कर दिया था। नोटबंदी से पहले कुल 15.44 लाख करोड़ की कीमत के 1000  और 500 के नोट प्रचलन में थे। इनमें से कुल 15.28 लाख करोड़ रुपए की कीमत के नोट बैंकों में वापस आ गए। सिर्फ 1.4 फीसद हिस्से को छोड़कर बाकी सभी 1000 रुपए के नोट सिस्टम में वापस लौट चुके हैं। साल 2016-17 के दौरान 632.6 करोड़ 1000 रुपए के नोट प्रचलन में थे, जिनमें से सिर्फ 8.9 करोड़ नोट ही वापस नहीं आए हैं।

क्या हुआ पुराने नोटों को
आरबीआई अधिकारियों की मानें तो करीब 22 अरब पुराने नोट इकठ्ठा हुए हैं जिन्हें अब कचरा ही समझा जाएगा। यानी कि कागज के टुकड़ों के अलावा इनकी कोई वैल्यू नहीं रही। इन्हें मशीन से महीन काटकर ईंटों के आकार में बदल दिया जाएगा। हालांकि कागज से बनी ऐसी ईंटों का इस्तेमाल फैक्ट्रियों में किया जा सकता है लेकिन पुराने नोट का कागज काफी नाजुक होता है इसलिए यह इसमें भी काम नहीं आएंगे। हो सकता है नोटों से बनी इन ईंटों को मिट्टी में दबा दिया जाए।

बनाए जा सकते हैं पेपर वेट
नोट के कुछ कचरे का इस्तेमाल छोटी छोटी चीजें बनाने में हो सकता है जैसे कि पेपर वेट या पेन स्टैंड या टी कोस्टर आदि। पुराने नोटों के इस ढेर से निपटना कोई बड़ी बात नहीं होगी। इससे पहले भी 2015 और 2016 में आरबीआई ने 16.4 अरब नोट नष्ट किए हैं।

पहले जला दिया जाता था
आपको बताते चलें कि पुराने नोटों को नष्ट करने के लिए हर देश में अलग-अलग तरीका अपनाया जाता है। 1990 तक बैंक ऑफ इंग्लैंड अपने पुराने नोटों को जला देता था और फिर उस गर्मी से बैंक की इमारत को गर्म रखा जाता था। बाद में उन नोटों को रीसाइकल करके खाद बनाने का काम शुरू किया गया।

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