चार साल बाद फिर जाग उठी उम्मीद

शहर के पूर्वी हिस्से में जीटीरोड पर गुरुदेव पैलेसे से आईआईटी कानपुर के बीच लखनपुर, विकासनगर, अवधपुरी, इंद्रानगर, आवास विकास, कल्याणपुर जैसे बड़ी आबादी वाले सबसे प्रिमियम और पॉश इलाके बसे हैं। इस कारण गुरुदेव पैलेस-अवधपुरी तिराहे से लेकर लेकर आईआईटी तक हैवी ट्रैफिक रहता है। इस रोड पर कई प्रॉमिनेंट स्कूल-कॉलेज भी हैं। लेकिन इतना होने के बावजूद इस रोड का सिंगल और बेहद संकरा होना ट्रैफिक के लिए नासूर साबित हो रहा था। हर साल संकरी जीटी रोड पर कई जानें एक्सीडेंट में चली जाती हैं। चार वर्ष पूर्व पूरी जीटी रोड को फोरलेन करने के लिए हजार करोड़ रुपए का प्रोवीजन हुआ, लेकिन विभागों की लचर कार्यशैली से काम शुरु भी नहीं हो सका। अब फिर से एक बार केवल शहर में जीटी रोड को चौड़ा किए जाने के लिए शुरुआत हुई है, उम्मीदें बंधीं हैं।

------------------

-गुरुदेव पैलेस से आईआईटी तक जीटी रोड को फोरलेन करेगा पीडब्ल्यूडी नेशनल हाईवे

-55 करोड़ से होना है हाईवे चौड़ीकरण का काम

-चोर साल पूर्व 2010 में एनएचएआई को सौंपी गई थी जिम्मेदारी

KANPUR: चार साल बीतने के बाद भी सिटी की लाइफ लाइन जीटी रोड के ब् किलोमीटर के हिस्से को ब् लेन नहीं किया जा सका है। अब एक बार फिर गुरुदेव पैलेस चौराहा से लेकर आईआईटी तक फोरलेन करने की कागजों पर तैयारी शुरू हो गई है। ये तैयारी कागजों से निकलकर हकीकत का रूप ले पाएगी या एकबार फिर फाइलों में कैद होकर रह जाएगी, ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा। दरअसल पूर्व में पूरी जीटी रोड (कानपुर से अलीगढ़) तक चौड़ीकरण होना था, वो काम यूपी गवर्नमेंट की एनओसी नहीं मिल पाने से लटका था, लेकिन अब शहरियों की प्रॉब्लम को देखकर केवल सिटी के अंदर का ये चार किलोमीटर का पैच फोरलेन किया जाएगा।

पीडब्ल्यूडी एनएच ने शुरू की तैयारी

इस बार गुरुदेव पैलेस चौराहा के पास से आईआईटी तक जीटी रोड फोरलेन किए जाने की तैयारी पीडब्ल्यूडी एनएच ने शुरू की है। ब्.ख् किलोमीटर लंबे इस हिस्से की वाइडनिंग के साथ डिवाइडर भी बनाया जाना है। पीडब्ल्यूडी के प्रोजेक्ट ऑफिसर पृथ्वेश कुमार ने बताया कि डिवाइडर के दोनों ओर 7-7 मीटर चौड़ी रोड बनाई जानी है। वहीं क्रॉसिंग के सामने रोड को और भी अधिक चौड़ा किए जाना है। जिससे कि क्रॉसिंग बन्द होने पर जाम की समस्या ना हो।

केस्को ने सौंपा एस्टीमेट

जीटी रोड की वाइडनिंग में इलेक्ट्रिसिटी लाइन, वाटॅर लाइन व सीवर लाइन रोड़ा बन रहे हैं। इन्हें शिफ्ट करने के लिए पीडब्ल्यूडी एनएच ने केस्को, जलनिगम से एस्टीमेट मांगा है। केस्को के ऑफिसर वीके शर्मा ने बताया कि पीडब्ल्यूडी एनएच को इलेक्ट्रिसिटी लाइन शिफ्ट करने का एस्टीमेट दे दिया है। पीडब्ल्यूडी एनएच ऑफिसर पृथ्वेश कुमार ने बताया कि ये करीब 70 लाख रुपए है। कटाई के लिए पेड़ों पर मार्क लगाए जा चुके हैं। अभी तक जलनिगम ने सर्विस शिफ्टिंग का एस्टीमेट नहीं दिया है। उसके मिलते ही प्रोजेक्ट पास होने के लिए मुख्यालय को भेजा जाएगा।

ख्0क्0 से लटका प्रोजेक्ट

करीब ब् साल पहले एनएचएआई ने अलीगढ़ से लेकर गुरुदेव पैलेस चौराहा के पास जीटी रोड की वाइडनिंग का प्रोजेक्ट तैयार किया। ख्80 किलोमीटर लंबी इस जीटी रोड को 7 से क्ख् मीटर चौड़ा किया जाना था। क्000 करोड़ के इस प्रोजेक्ट को एनएचआई हेडक्वार्टर से मंजूरी भी मिल गई थी। लेकिन यूपी गवर्नमेंट से हरी झंडी ना मिलने के कारण ये प्रोजेक्ट अटक कर रह गया था। लेकिन अब पहली बार सिटी की पब्लिक की प्रॉब्लम और बेहद बढ़ चुके ट्रैफिक को देखकर पूरी जीटी के बजाए केवल गुरुदेव से आईआईटी तक के ब्.ख् किलोमीटर के पैच को अगल से बनाने का रास्ता निकाला गया।

होते हैं सबसे ज्यादा एक्सीडेंट

गुरुदेव पैलेस चौराहा से आईआईटी के बीच जीटी रोड के पैरलल गुजर रही रेलवे लाइन की कई क्रॉसिंग हैं। क्रॉसिंग बन्द होने पर जाम की समस्या से लोग जूझते रहते हैं। वैसे भी ट्रक्स, रोडवेज बसेज व अन्य हैवी वेहिकल्स के गुजरने से जीटी रोड के इस हिस्से में एक्सीडेट बहुत होते हैं। इस समस्या का हल ना होते देख तत्कालीन डीएम समीर वर्मा, कमिश्नर अमित घोष ने वाइडनिंग की जिम्मेदारी एनएचएआई से लेकर पीडब्ल्यूडी एनएच को देने के लिए लेटर भेजा। वैसे भी रामादेवी चौराहा से गुरुदेव पैलेस चौराहा तक जीटी रोड की जिम्मेदारी काफी पहले से पीडब्ल्यूडी एनएच ही संभाल रहा है। अभी तक जीटी रोड का ये हिस्सा एनएचएआई से कागजातों पर डीलिंक नहीं हुआ है, लेकिन एनएचएआई ने पीडब्ल्यूडी एनएच को इसके संकेत दे दिए गए हैं। इसी वजह से पीडब्ल्यूडी ने जीटी रोड के वाइडनिंग की पूर्व तैयारी शुरू कर दी है।

यहां रहने वालों को होगा फायदा

गुरुदेव पैलेस से आईआईटी के बीच सीएसजेएम यूनिवर्सिटी, एलिम्को, आईआईपीआर, नर्सिगहोम, आवास विकास सहित कई ऑफिस हैं। जिनमें रोजाना हजारों स्टूडेंट्स व अन्य लोगों को आना-जाना पड़ता है। इसके अलावा आवास विकास कल्याणपुर, इन्द्रा नगर, दयानन्द विहार, महाबलीपुरम, अम्बेडकरपुरम सहित कई मोहल्ले बसे हैं। जिनमें लाखों की संख्या में लोग रहते हैं। जीटी रोड के चौड़ीकरण से इन लोगों को काफी राहत मिलेगा। ट्रैफिक जाम की समस्या के साथ रोड एक्सीडेंट्स की संख्या भी कम होगी।

--------

- इस प्रोजेक्ट पर भ्भ् करोड़ खर्च होने का अनुमान है। केस्को से सर्विस शिफ्टिंग का एस्टीमेट मिल गया है, लेकिन जलनिगम ने नहीं दिया है। जिसके कारण फाइनल एस्टीमेट नहीं बनाया जा सका है।

- पृथ्वेश कुमार, प्रोजेक्ट ऑफिसर

प्रोजेक्ट- गुरुदेव पैलेस से आईआईटी तक जीटी रोड की वाइडनिंग

लंबाई- ब्.ख् किलोमीटर

चौड़ाई- क्भ् मीटर (डिवाइडर सहित)

पहले चौड़ाई- 7 मीटर

प्रोजेक्ट कास्ट- भ्भ् करोड़