कानपुर (फीचर डेस्क)। आज परिणीति चोपड़ा एक से बढ ̧कर एक प्रोजेक्ट्स का हिस्सा हैं पर उनके करियर में एक दौर ऐसा भी आया था जब चीजें उनके लिए बहुत मुश्किल हो गई थीं। यह वक्त 2014-15 के आस-पास का था। हाल ही में एक इंटरव्यू में इस एक्टे्रस ने बताया कि दावत-ए-इश्क और किल दिल के बॉक्स ऑफिस पर डूबने के बाद उन्हें मूवीज के ऑफर्स नहीं मिल रहे थे। कंडीशन ऐसी थी कि पैसों की तंगी हो गई थी। इसी वक्त उनका दिल भी टूटा था।

फैमिली मेंबर्स से भी बना ली थी दूर

परी ने बताया कि उस वक्त उन्होंने सबसे कनेक्शंस तोड ̧ लिए थे। वह न खाती थीं न सोती थीं और उनके ऐसे दोस्त भी नहीं थे, जिनसे वह बात करतीं। वह बताती हैं उन्होंने अपने फैमिली मेंबर्स से भी दूरी बना ली थी और उनसे हफ्ते में एक या दो बार ही बात करती थीं। वह मीडिया से भी करीब छह महीने तक नहीं मिली थीं।

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मिली जिंदगी की बहुत बड़ी सीख

परिणीति ने बताया कि तब उनके कुछ करीबी लोगों ने उनकी मदद की। उनके भाई सहज और दोस्त संजना ने उनको इस फेज से बाहर निकलने में हेल्प की। उन्हें इससे निकलने में डेढ़ साल लग गए और 2016 के आस-पास वह बेहतर महसूस करने लगीं। उन्होंने खुद को फिट करना शुरू किया। इसी वक्त उन्होंने गोलमाल 4 और मेरी प्यारी बिंदू जैसी मूवीज साइन कीं। उनका मानना है कि इस फेज से उन्हें जिंदगी की बड़ी सीख मिली और अब वह ज्यादा पॉजिटिव हो गई हैं।

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