मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने ट्यूज्डे को कहा कि जब वह अमेरिका में कैंसर का इलाज कराने के बाद लौटे युवराज सिंह से लंदन में मिले थे तो उन्हें डर था कि कहीं इस बैट्समैन  के सामने कहीं वह रो न पड़ें. तेंदुलकर ने युवराज की बुक 'द टेस्ट ऑफ माई लाइफ'  की लांचिंग के मौके पर कहा कि जब मैं लंदन में उससे मिलने गया तो मैंने अपनी वाइफ अंजलि से कहा कि मैं नहीं चाहता कि उससे मिलने पर मेरे आंसू निकलें.

मैं उससे मिला और मैंने उसे कसकर गले लगाया. हमने खाने का मजा लिया. युवराज जिस तरह से खा रहा था मुझे भरोसा हो गया कि वह पटरी पर लौट रहा है. तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली और हरभजन सिंह ने युवराज की कैंसर के साथ जंग के बारे में अपने एक्सपीरिएंस बताए.

तकलीफ में था युवी

तेंदुलकर ने भावुक होकर कहा कि जब मैंने देखा कि मेरी वाइफ युवराज के साथ डॉक्टरों की लैंग्वेज में बात कर रही है तो मुझे अहसास हुआ कि वह कितनी तकलीफ में है. वह मेरे छोटे भाई जैसा है और मैं भगवान से पूछूंगा कि ऐसा युवराज के साथ क्यों हुआ.

कम नहीं थी युवी की मस्ती

युवराज ने भी तेंदुलकर के साथ पहली मुलाकात को अपने मजाकिया अंदाज में बयां किया. उन्होंने कहा कि मेरी उनसे पहली बात तब हुई थी जब ड्रेसिंग रूम में मैं डरते हुए उनकी तरफ देख रहा था और तब अचानक ही उन्होंने कहा कि वह बिस्कुट इधर बढ़ाना.  इस पर तेंदुलकर ने चुटकी लेते हुए कहा कि मुझे आज तक वे बिस्कुट नहीं मिले.

धोनी बोले अंदर से हिल गया था मैं

धोनी ने कहा कि युवराज के बताने से पहले ही वह उनकी स्थिति से अवगत थे. उन्होंने कहा कि जब उसके टेस्ट की रिपोर्ट आई तो किसी ने मुझसे कहा कि उसे कैंसर है. मैंने कहा कि क्या आप सच बोल रहे हैं. उसने फिर दोहराया कि युवराज को कैंसर है और मैं अंदर से हिल गया. युवराज ने भारत की 2011 विश्व कप जीत को याद करते हुए कहा कि धोनी बैटिंग करते हुए बहुत ज्यादा बात नहीं करते, लेकिन जब वह ऑस्ट्रेलिया के अगेंस्ट क्वार्टर फाइनल में आउट हो गए तो उन्होंने लौटते हुए कहा कि, शाबाश युवी जिताकर आना.

सिर्फ सिक्स मारने से कुछ नहीं होता

धोनी ने याद किया कि किस तरह से युवराज ने 2004-05 में इंडियन टीम में उनका वेलकम किया था. उन्होंने कहा कि युवराज ने मुझसे कहा, अरे भाई क्या चल रहा है. सिर्फ सिक्स मारने से कुछ नहीं होता. मैच जिताने से ज्यादा तारीफ मिलती है. धोनी ने कहा कि पहले मैं उसे आप कहकर बुलाता था. फिर मैं तुम पर आया और आज तू कहकर बात करता हूं.

कोहली ने समझा था मजाक

युवा कोहली ने कहा कि वर्ल्ड कप के दौरान वह कैसे युवराज के कमरे में गए और पाया कि वह काफी खांस रहे हैं और उनकी टेबल पर बहुत दवाइयां पड़ी हुई थीं. कोहली ने कहा कि मैंने उनसे पूछा पाजी आप इतना क्यों खांस रहे हैं और उन्होंने जवाब दिया कि क्योंकि उन्हें कैंसर है. मुझे लगा कि यह उनकी लोगों से मजाक करने की आदत है. मैंने उनसे कहा कि मजाक मत करो और कमरे से चला गया.

भज्जी ने नहीं की कैंसर की बात

इस अवसर पर मौजूद हरभजन सिंह ने कहा कि युवी की बीमारी के दौरान मैंने कभी उससे इस बारे में बात नहीं की. उन्होंने कहा कि मैं केवल उस लड़की के बारे में बात करता जिससे वह डेटिंग करेगा और इलाज के बाद जब वापसी करेगा तो मुझसे किस लड़की से मिलवाएगा.

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