- सभी अधिकारी अपनी-अपनी सफाई देने में जुटे

- शुरू हुआ एक दूसरे पर आरोप लगाए जाने का सिलसिला

- कहां हुई चूक, कोई बताने वाला नहीं

LUCKNOW: लखनऊ से नई दिल्ली जा रही रोडवेज की जनरथ बस हादसे के लिए जिम्मेदार कौन है यह अब सबसे बड़ा सवाल बनता जा रहा है। सभी आलाधिकारी हादसे की जिम्मेदारी लेने से अपना पल्ला झाड़ रहे हैं। इसके लिए सभी के अपने अपने तर्क हैं। सोमवार को इस दुर्घटना में 29 लोगों की ऑन स्पॉट मौत हो गई। इस दुर्घटना को दो दिन बीत गए लेकिन अब तक ना तो यह पता लग पाया कि चूक कहां हुई और ना ही यह तय हो पा रहा है कि इस घटना में जिम्मेदार कौन हैं।

जांच कर लौटे फिर भी जवाब नहीं

बताते चले कि यह बस अवध डिपो की है जहां से इसका संचालन किया जाता है। बसों की तकनीकी जांच के लिए अलग तो संचालन के लिए अलग अधिकारी तैनात हैं। इन सभी लोगों से बात की गई तो उन्होंने इस मामले में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। सभी ने बस यहीं कहा कि मामले की जांच की जा रही है, लेकिन चूक कहां और कैसे हुई इसका जवाब किसी के पास नहीं है। इस बस दुर्घटना के बारे में एआरएम अवध, आरएम लखनऊ, एसएम लखनऊ जीएम संचालन और जीएम तकनीकी से बात करने की कोशिश की गई तो उनके जवाब अलग-अलग मिले। किसी ने जवाब देने से इंकार कर दिया तो कुछ ने जांच होने के बाद अपनी राय देने की बात कही। जबकि घटनास्थल पर कई अधिकारी मौके पर भी गए थे ।

लखनऊ के अंदर मौजूद सभी डिपो से संचालित होने वाली बसों की जिम्मेदारी इनकी है। लखनऊ क्षेत्र में मौजूद सात डिपो में बसों के संचालन में आने वाली किसी भी तरह की दिक्कत को दूर करना और अधिकारियों के साथ कोऑर्डिनेशन बनाना और पैसेंसर्ज की सफर के दौरान किसी तरह की प्रॉब्लम होने पर तत्काल सहायता दिए जाने की जानकारी इनकी है। दुर्घटना के बाद इन्हें मौके पर भेजा गया। लेकिन दुर्घटना के कारणों से यह भी अंजान हैं।

कोट

मुझे इस मामले की कोई जानकारी नहीं है। मैं इस बारे में अभी कुछ नहीं कह सकता हूं।

- पल्लब बोस, आरएम लखनऊ

लखनऊ क्षेत्र की बसों में आने वाली तकनीकी खामियों को दूर करने की जिम्मेदारी इनकी है। पहियों से लेकर, सीट, लाइट, ब्रेक, उनमें लगी सभी डिवाइसेज को बेहतर बनाए रखने का का सर्विस मैनेजर का है। इन बसों में आने वाली दिक्कतों को जीएम तक पहुंचाने का काम भी इनका है।

कोट

मैं अभी कोई बात नहीं कर पाऊंगा। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कोई बात आगे कर सकूंगा। फिलहाल जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।

- सत्य नारायण, एसएम परिवहन निगम

प्रदेश भर के रोडवेज बसों में आने वाली तकनीकी कमियों की रिपोर्ट एकत्र करना। बसों में आने वाली समस्याओं को परिवहन निगम के एमडी को जानकारी देने के साथ ही बसों की कंडीशन बेहतर बनाए रखना। बसों की कंडीशन देखकर उसे बेड़े से बाहर करना या संचालन के अनुरूप बनाना।

कोट

बसों को फिट रखने के लिए हाल ही में 17 मानकों की जांच के आदेश दिए गए हैं। रवाना की गई बस में एसएलडी (स्पीड लिमिट डिवाइस) काम कर था या नहीं, इसकी जानकारी मेरे पास नहीं है।

जयदीप वर्मा, सीजीएम टेक्निकल

प्रदेश भर में बसों के रूट डिसाइड करना। बसों को अनुबंधित करने के साथ ही आने वाली बसों को डिमांड के अनुसार विभिन्न डिपो को देना। संचालन के दौरान आने वाली सभी समस्याओं को दूर करना। रोडवेज बसों के संचालन को बेहतर बनाने के लिए प्लानिंग करना। चालकों और परिचालकों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए शिविर आयोजित करना।

कोट

दुर्घटना के कारणों की जांच चल रही है। सभी तरह के साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। जांच करने के बाद ही इस मामले में कुछ कहा जा सकता है।

राजेश वर्मा, सीजीएम-ऑपरेशन