- होटल में लगाई दावेदारों ने हाजरी

- परिक्रमा न करने की दी नसीहत

sundar.singh

मेरठ: विधान सभा चुनाव को लेकर इस बार पार्टी टिकट वितरण में देरी नहीं करेगी। बूथ अध्यक्ष सम्मेलन के माध्यम से अमित शाह यह भी देख रहे हैं कि ग्राउंड पर कौन प्रत्याशी मजबूत है। गुरुवार को हुए बूथ अध्यक्ष सम्मेलन में जब कुछ टिकटार्थियों को कार्यक्रम स्थल पर कुछ न कहने का मौका न मिला तो वे होटल में पहुंच गए। होटल में दावेदारों ने उन्हे टिकट क्यों मिलना चाहिए, इसका गणित राष्ट्रीय अध्यक्ष को समझाया।

चल रहा सर्वे

टिकट वितरण को लेकर अमित शाह ने सीधे तो मीडिया से बात नहीं की। लेकिन सूत्रों के अनुसार एक होटल में वे साफ कर गए कि किस आधार पर टिकट दिया जाएगा। एक बड़े नेता ने ऑफ दी रिकॉर्ड होटल से बाहर आते हुए बताया कि सभी विधान सभा क्षेत्रों में लोकल कंपनी द्वारा सर्वे कराया जा रहा है, जिसमें सिटिंग विधायक और दावेदारों का नाम लेकर कंपनी के सदस्य सर्वे कर रहे हैं। साथ ही क्षेत्र में किसकी क्या छवि है, ये भी साथ के साथ कंप्यूटर में फीड किया जा रहा है। कंप्यूटर में दावेदार रिकॉर्ड देखकर ही टिकट पर मोहर लगाई जाएगी।

सिटिंग पर संकट

सर्वे में जो सिटिंग विधायक क्षेत्र में जनता का काम नहीं कर रहा है या जिसकी छवि खराब है। ऐसे सीटिंग विधायकों के भी टिकट काटे जाएंगे। ये प्रयोग अमित शाह गुजरात में पिछले 20 सालों से करते आ रहे हैं।

पसीना पोछते बाहर निकले

होटल में जहां दावेदारों को क्षेत्र में मेहनत करने के लिए कहा गया, वहीं कुछ सिटिंग विधायकों के पेच भी कसे गए। होटल में सेंट्रली हाई स्पीड ऐसी होने के बावजूद भी कई विधायक पसीना पोछते बाहर निकले। सूत्रों का मानना है कि जिन विधायकों की शिकायत कार्यकर्ताओं ने केन्द्रीय कार्यालय भेजी है। ऐसे सभी विधायकों के पार्टी अध्यक्ष ने जमकर पेच कसे हैं।

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