-नौबस्ता में सात महीने पहले गायब हुए पत्नी व बच्चे के मामले का किया खुलासा, हत्यारोपी पति व दो दोस्तों को किया गिरफ्तार

-बहाने से दोनों को लोडर में बैठाकर ले गया था इलाहाबाद, रास्ते में दोस्तों की मदद से पत्नी को जबरन तेजाब पिलाकर कर दी हत्या

- छह साल के बच्चे का सिर लोडर के नीचे रखकर कुचला, डेडबॉडी को ठिकाने लगाने के बाद दर्ज करा दी गुमशुदगी की रिपोर्ट

KANPUR : प्रे्रमिका के प्यार में युवक इस कदर अंधा हुआ कि हैवान बन बैठा। न सिर्फ पत्नी का बेरहमी से कत्ल कर डाला बल्कि छह साल के अपने बच्चे की हत्या करने में भी उसका कलेजा नहीं कांपा। शहर से करीब 200 किमी दूर ले जाकर दोनों की हत्या कर डेडबॉडी को ठिकाने लगा दिया और पुलिस को चकमा देने के लिए पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। कुछ दिन बाद प्रेमिका से शादी भी कर ली। लेकिन पुलिस ने 7 महीने बाद पूरे मामले का खुलासा करते हुए हत्यारोपी पति और उसके दोस्तों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।

दोस्तों के साथ मिलकर साजिश

नौबस्ता के आवास विकास हंसपुरम निवासी अमित उर्फ लालू प्राइवेट काम करता था। परिवार में पत्नी सुमन और छह साल का बेटा निश्चय था। अमित ने 28 दिसंबर को पत्नी और बेटे के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सुमन के पिता को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने अमित पर ही दोनों की हत्या कर शव को गायब करने का शक जताया। पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि अमित पत्नी सुमन और बेटे को लेकर इलाहाबाद गया था, लेकिन वापस अकेला ही लौटा था। इसके कुछ दिनों बाद अमित ने खुशी नाम की युवती से शादी कर ली। इससे पुलिस का शक और बढ़ गया। पुलिस मोबाइल लोकेशन और कुछ अन्य सबूत हाथ लगने के बाद अमित से सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया और जुर्म कबूल कर लिया। जिसके बाद पुलिस ने अमित और वारदात में शामिल उसके दो दोस्त गुड्डू और संजय शर्मा को गिरफ्तार कर लिया.्र

तलाक के लिए राजी नहीं थी

पुलिस को अमित ने बताया कि उसका 2015 से खुशी नाम की लड़की से अफेयर चल रहा था। वह पत्नी सुमन को तलाक देना चाहता था, लेकिन वह राजी नहीं थी। इसलिए सुमन को रास्ते से हटाने के लिए दोस्त संजय और गुड्डू के साथ मिलकर हत्या की साजिश की। जिसके चलते उसने सुमन को इलाहाबाद चलने के लिए राजी किया। वह 24 दिसंबर को सुमन और बेटे निश्चय को लेकर घर से निकला था। वह टेंपो से रामादेवी पहुंचा था। वहां संजय और गुड्डू लोडर के साथ खड़े थे। अमित ने सुमन को बताया कि दोनों उसके दोस्त हैं और हम लोग लोडर से ही इलाहाबाद चलेंगे। अमित सुमन और निश्चय को लेकर लोडर के पीछे बैठ गया।

शराब पिलाकर बेसुध किया

अमित का साथी गुड्डू मिस्त्री उर्फ मो। अख्तर कौशांबी के कोखराज इलाके का मूल निवासी था। इसलिए अमित ने कोखराज में ही सुमन और बेटे निश्चय के मर्डर का प्लान बनाया था। अमित ने खाना खाने के बहाने कोखराज स्थित ढाबे में लोडर को रुकवा दिया और फिर सर्दी का हवाला देकर सुमन को जबरन शराब पिलाकर बेसुध कर दिया। इसके बाद वे सभी लोडर में बैठकर आगे निकल गए। कुछ दूरी पर अमित ने लोडर रुकवाकर संजय को भी पीछे बुला लिया। इसके बाद अमित और संजय ने सुमन को जबरन तेजाब पिलाकर हत्या कर दी।

बेटे की आंख खुल गई तो

सुमन के चीखने पर निश्चय की आंख खुल गई। वह सुमन के चीखने पर रोने लगा। इसे देख अमित ने उसका मुंह दबा दिया और फिर उसके सिर को लोडर के पहिये के नीचे रखकर कुचल दिया। दोनों की मौत के बाद अमित ने रोड किनारे सुमन का शव फेंक दिया। इसके बाद तीनों निश्चय के कपड़े बदलकर उसकी लाश आगे फेंककर इलाहाबाद निकल गए और अगले दिन वापस कानपुर आ गए। अमित के मुताबिक, सुमन की पहचान न हो सके इसीलिए चेहरे पर भी तेजाब डाल दिया था। पुलिस ने कौशांबी पुलिस से संपर्क किया तो कौशांबी पुलिस ने तेजाब से झुलसी विवाहिता और बच्चे की लाश मिलने की पुष्टि की है।

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शक न हो, इसलिए गुमशुदगी की रिपोर्ट

अमित सुमन से पीछा छुड़ाने के लिए अक्सर उसके साथ मारपीट करता था। थाने में शिकायत होने से पुलिस को दोनों के झगड़े के बारे में मालूम था। अमित ने पुलिस से बचने के लिए इसका फायदा उठाया और थाने पहुंचकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। उसने पुलिस को बताया कि सुमन उसके साथ रहना नहीं चाहती थी। इसलिए वह बेटे को लेकर घर से भाग गई है।