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RANCHI: अपने पति की हत्या के आरोप में गिरफ्तार महिला का सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। चार-पांच लड़कों ने उसका अपहरण किया था। इसके बाद सामूहिक दुष्कर्म किया। यह घटना उस वक्त की है, जब वह कुंवारी थी और कॉलेज में पढ़ा करती थी। घटना से क्षुब्ध होकर उसने खुद को जलाने का भी प्रयास किया था। उसके शरीर पर अब भी जले के निशान मौजूद हैं। उस वक्त उसके अभिभावक ने अपनी इज्जत बचाने के लिए मामले में चुप्पी साध ली थी। अब जबकि पुलिस ने उसके पति की संदेहास्पद मौत मामले में उसे गिरफ्तार किया है तो उसने खुद को निर्दोष बताया है।

ससुराल में हुई थी मौत
पति की संदेहास्पद मौत मामले में पुलिस ने उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया है। मौत ससुराल में हुई थी, जिसे आत्महत्या बताया जा रहा था। पुलिसिया जांच में पाया गया कि उसकी मौत खुदकुशी नहीं है।

जांच में हत्या का खुलासा
कोतवाली डीएसपी अजित कुमार विमल ने इस मामले में प्रारंभिक जांच की। इसमें पाया गया कि पति ने खुदकुशी नहीं की है। उसकी हत्या की गई है। कोतवाली डीएसपी ने मामले में पत्नी को प्रारंभिक तौर पर हत्या का जिम्मेदार बताकर केस को सत्य पाया है। उन्होंने पंडरा ओपी को साक्ष्य जुटाकर उसकी गिरफ्तारी का आदेश दिया, जिसके बाद मृतक की पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया।

सदर अस्पताल में कराया भर्ती
गिरफ्तारी के बाद आरोपित महिला को थाने में रखा था। लेकिन वह वहां पर बेहोश हो जा रही थी। इसलिए पुलिस इलाज के लिए उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराई। गुरुवार देर रात ही फिर से उसे महिला थाना ले आया गया।

23 नवंबर को हुई थी संदेहास्पद मौत
मौत से पहले पति पंडरा विकास नगर स्थित अपने ससुराल गया था। 23 नवंबर को ससुराल में ही संदेहास्पद स्थिति में उसका शव मिला था। ससुराल वाले उसे चौधरी नर्सिंग होम लेकर गए थे, वहां से रिम्स लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसे लेकर मृतक के भाई ने पंडरा ओपी में मामला दर्ज करवाया है। इसमें ससुरालवालों को जिम्मेदार बताया था। दोबारा दिए बयान में परिजनों ने पत्नी का नाम दिया था।