-शासन के फंड से चुनिंदा जगहों पर दी जा रही है सुविधा

-अब जियो के वाईफाई से लैस होगा पूरा कैंपस

-कुछ रिस्ट्रिक्शन के साथ मिलने लगेगी स्टूडेंट्स को सुविधा

GORAKHPUR: डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी में अब दो-दो वाईफाई के जरिए स्टूडेंट्स को फैसिलिटी मुहैया कराई जाएगी। इसमें शासन की ओर से प्रोवाइड वाईफाई सिस्टम से हॉस्टल्स में वाईफाई की सुविधा दी जा चुकी है। वहीं, हाल ही में यूनिवर्सिटी ने जियो से भी करार किया है। इसके जरिए बाकी कैंपस और एडी बिल्डिंग में वाईफाई रन करेगा। इसके लिए यूनिवर्सिटी ने अपनी सहमति दे दी है, जिसके बाद जियो के जिम्मेदारों ने काम भी शुरू कर दिया है।

यूनिवर्सिटी ने दी 12 बाई 2 की जगह

रिलायंस की वाईफाई सर्विस फैसिलिटी अवेल करने के लिए गोरखपुर यूनिवर्सिटी ने 12 बाई 12 की जमीन दे दी है। यहां जियो अपना सिस्टम इंस्टॉल करेगा। इसके बाद यूनिवर्सिटी का पूरा कैंपस वह वाईफाई कर देंगे। इसके लिए यूनिवर्सिटी को अलग से कोई पैसा नहीं अदा करना पड़ेगा। वह एक जीबी तक फ्री डाटा एक्सेज कर सकेंगे। इसके अलावा अगर उन्हें डाटा एक्सटेंड कराना है तो एक जीबी के लिए उन्हें 51 रुपए अदा करने होंगे। इसके बाद उन्हें फिर एक जीबी डाटा, 30 दिनों की वैलिडिटी के साथ मिल जाएगा। वहीं, स्पीड के मामले में कैंपस में किसी स्पॉट पर कोई कमी नहीं आएगी।

जुलाई 2014 में स्टार्ट होनी थी फैसिलिटी

गोरखपुर यूनिवर्सिटी में शासन की ओर से प्रोवाइड वाईफाई फैसिलिटी जुलाई 2014 से ही स्टार्ट की जानी थी, लेकिन कोई न कोई पेंच फंसने की वजह से इसका इंतजार बढ़ता चला गया। यूनिवर्सिटी ने सभी हॉस्टल को वाई-फाई करने की तैयारी की थी, इसमें फ‌र्स्ट फेज में मिली ग्रांट से जहां कंप्यूटर सेंटर को बेस बनाया जाना था, वहीं इनिशियल लेवल पर दो हॉस्टल्स को भी वाई-फाई से जोड़ने की तैयारी की गई। इसमें रिसर्च स्कॉलर्स के गौतम बुद्धा हॉस्टल और ग‌र्ल्स के अलकनंदा का नाम शामिल था, लेकिन अब तक यह फैसिलिटी सिर्फ आश्वासनों तक ही सीमित रह गई है। काफी मशक्कतों के बाद अब सभी हॉस्टल मार्च 2018 में जाकर वाईफाई से लैस हो सके हैं।

वर्जन

कैंपस और एडी बिल्डिंग में रिलायंस जियो के जरिए वाईफाई सुविधा मुहैया कराई जा रही है, जबकि सभी हॉस्टल्स में पहले से यह फैसिलिटी मौजूद है। इसके लिए शासन ने बजट एलॉट किया था। अब जल्द यूनिवर्सिटी का पूरा कैंपस वाईफाई हो जाएगा।

-शत्रोहन वैश्य, रजिस्ट्रार, डीडीयूजीयू