- एसटीएफ और एटीएस को सौंपी जाएगी जेल की सुरक्षा
- सरकारी फरमान से जेल अधिकारियों की बढ़ी धड़कनें
आई एक्सक्लूसिव
Meerut: वीआईपी अपराधियों के लिए बुरी खबर है। क्योंकि अब जेल में वीआईपी अपराधी मौज-मस्ती नहीं कर सकेंगे। इसके लिए राज्य के गृह सचिव ने प्रदेश की सभी जेलों में अलर्ट जारी किया है। साथ ही जेल की निगरानी की जिम्मेदारी एसटीएफ और एटीएस को सौंपी है। कुछ ही दिनों में सभी जेलों पर संबंधित फोर्स की कंपनी पहुंच जाएगी। जो जेल में होने वाली गतिविधियों पर मुस्तैदी से नजर रखेगी।
जमकर चलती है मौज मस्ती
अभी तक जेल सूत्रों के अनुसार वीआईपी कैदी जेल में जमकर सेवा लेते हैं। कुछ पैसे वाले कैदी तो ऐसे हैं, जिनके लिए रेस्टोरेंट से खाना और शराब तक पहुंचाई जाती रही है। मेरठ जेल के बारे में ऑफ दि रिकॉर्ड ऐसी सेवाओं की चर्चाएं आती रहती है। इन्ही सब बातों को ध्यान में रखते हुए शासन ने जेलों की दशा सुधारने का कदम उठाया है।
बनेंगे अलग से क्वाटर
विभागीय जानकारी के अनुसार जेल के अंदर व बाहर एसटीएफ व एटीएस की चौकियां बनाई जाएंगी। साथ ही उनके आवासीय क्वाटर भी बनेंगे। ताकि हर वक्त जेल की निगरानी की जा सके। कम से कम हर जेल पर 20-20 एसटीएफ और एटीएस जवान रखना सुनिश्चित किया गया है।
अभी तक मेरठ जेल की सुरक्षा
- जेल में कैदी रखने की क्षमता-1500
- कैदियों की संख्या- 2200
- जेल में बंदीरक्षक होने चाहिए- 190
- वर्तमान में बंदीरक्षक- 112
- बंदीरक्षकों की कमी- 78
- जेल पर तैनात होमगार्ड की संख्या- 20
-जेल पर तैनात पीएसी जवानों की संख्या- 5
- सीसीटीवी कैमरों की संख्या-12
- खराब कैमरे- 6
-हाई सिक्योरिटी बैरक-1
- हाई सिक्योरिटी बैरक में कैदियों की संख्या-18
वर्जन
अभी तक लिखित में आदेश नहीं प्राप्त हुए हैं, लेकिन लखनऊ में जेलों की सुरक्षा बढ़ाने को लेकर कवायद चल रही है। जिसमें एसटीएफ और एटीएस रखने की बात है।
संतलाल यादव, जेल अधीक्षक
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