- ईसी की मीटिंग में छाया रजिस्ट्रार का मामला, शासन से झंडी

- शासन ने मनोज कुमार को ज्वाइन के लिए भेजा आदेश

Meerut: यूनिवर्सिटी में लंबे समय से चली आ रही वीसी और रजिस्ट्रार की लड़ाई को शासन ने अंतिम रूप दे दिया। एक तरफ जहां रजिस्ट्रार और कर्मचारियों का मुद्दा ईसी की मीटिंग में चर्चा का विषय रहा, वहीं शासन ने रजिस्ट्रार की कुर्सी पर भी निर्णय सुना दिया। मीटिंग में मेन मुद्दा कन्वोकेशन के साथ रजिस्ट्रार का रहा। इसके साथ ही शाम को शासन के एक फैक्स से यूनिवर्सिटी में चर्चा का माहौल तैयार हो गया। जिसमें शासन की ओर से रजिस्ट्रार को ज्वाइन कराने का फरमान आ गया। इसके साथ ही वीसी ने भी इनको ज्वाइन कराने के बजाय इस्तीफा देने की ठान ली है।

यह है मामला

शनिवार को सीसीएस यूनिवर्सिटी में ईसी की मीटिंग में कई मुद्दे रखे गए। जिनमें एक मुद्दा रजिस्ट्रार मनोज कुमार को लेकर भी था। उनको कार्यमुक्त किए जाने के बाद भी यूनिवर्सिटी में जमे रहने की बात पर चर्चा हुई। इसके साथ ही उन पर कर्मचारियों को भड़काने का भी आरोप लगाया गया। एक तरफ जहां मनोज कुमार को लेकर एजेंडे का प्वाइंट बनाया गया था वहीं शाम को शासन से एक फैक्स कमिश्नर के पास पहुंच गया। जिसमें रजिस्ट्रार मनोज कुमार चौहान को बतौर रजिस्ट्रार ज्वाइन कराए जाने के निर्देश दिए गए।

यह है आदेश

कमिश्नर के पास आए विशेष सचिव बीबी सिंह के आदेशानुसार कहा गया है कि रजिस्ट्रार की नियुक्ति शासन करता है। इनको हटाने का अधिकार भी केवल शासन के पास ही है। इसलिए मनोज कुमार चौहान को ही दुबारा रजिस्ट्रार के पद पर ज्वाइन कराते हुए शासन को रिपोर्ट भेजी जाए। इधर यह फैक्स कमिश्नर के पास पहुंचा और जानकारी वीसी को भी मिल गई। इसके बाद वीसी ने साफ कहा कि वे इनको यहां ज्वाइन नहीं कराएंगे। इसके लिए वे अपना इस्तीफा दे सकते हैं, लेकिन इनको ज्वाइन नहीं कराएंगे।

फिर बिगड़ सकता है मामला

वीसी के इस अडि़यलपन से कन्वोकेशन पर पंगा हो सकता है। उन्होंने इसके लिए रजिस्ट्रार प्रभाष द्विवेदी को बनाया है। जिनके साइन अब एजेंडे और डिग्रियों व मार्कशीट पर आने लगे हैं। ऐसे में अब दुबारा रजिस्ट्रार के साइन भी बदलने पड़ेंगे। साथ ही शासन का यह निर्देश वीसी के लिए एक बड़ा झटका है और हार का भी सीन है। जिनकी रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी और उसको नकारते हुए रजिस्ट्रार की ज्वाइनिंग का आदेश आ गया। यहां रजिस्ट्रार मनोज कुमार साफ जीत गए।

यह भी होगा सीन

मीटिंग के दौरान फैसला लिया गया कि दीक्षांत समारोह में पद्मश्री योग गुरु भारत भूषण को यूनिवर्सिटी की ओर से डीलिट की मानद उपाधि दी जाएगी। इसके साथ ही दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भारत सरकार नई दिल्ली के विद्युत मंत्रालय के सचिव प्रदीप कुमार सिन्हा रहेंगे। इसके साथ ही लॉ डिपार्टमेंट में भर्ती के लिए हुए असिस्टेंट प्रोफेसर के इंटरव्यू की फाइलें खोली गई। जिन पर निर्णय लिए जाने की बात तय हुई। वही आस्था एजूकेशनल इंस्टीट्यूट मोदीनगर में सेल्फ फाइनेंस योजना के अंतर्गत संचालित बीएड, बीपीएड, एमपीएड, बीबीए व बीसीए पाठ्यक्रम बंद करने के आदेश पारित हुए।

वर्जन

मनोज कुमार को ज्वाइन नहीं कराऊंगा भले ही मुझे इस्तीफा देना पड़े। इस मामले से पहले ही शासन को अवगत कराया जा चुका है।

- वीसी गोयल, वाइस चांसलर, सीसीएसयू