110 वार्डो में अभियान चलाने की तैयारी

2 से 3 फिट घटा जलस्तर

1 से 2 बाल्टी पानी पर रहेगा फोकस

500-600 लीटर पानी एक व्यक्ति की औसत जरूरत

600 मिलियन लीटर रोज पानी की डिमांड

- नगर नहाने से लेकर कपड़े धोने में कितना पानी करना है यूज के बारे में बताएगा

- जल संरक्षण की दिशा में नगर निगम कर रहा है प्लानिंग, हर जोन में चलेगा अभियान

LUCKNOW: नगर निगम की ओर से जल संरक्षण की दिशा में कदम उठाने की तैयारी की गई है। इसी के तहत नगर निगम की ओर से घर-घर जाकर जल संरक्षण के लिए जागरूकता अभियान चलाने की रूपरेखा तैयार की गई है। इस अभियान से स्पष्ट है कि निगम की टीमें घर-घर जाकर लोगों को बताएंगी कि नहाने से लेकर कपड़े या गाड़ी धोने में कितना पानी प्रयोग करें, जिससे अधिक से अधिक पानी की बचत हो सके। इतना ही नहीं, निगम प्रशासन की ओर से जनता को पानी बचत की महत्ता से भी अवगत कराया जाएगा।

जोनवार बनाया गया अभियान

निगम प्रशासन की ओर से जोनवार जल संरक्षण अभियान तैयार किया जा रहा है। इसके तहत हर सप्ताह एक दिन निगम की टीमें अपने-अपने जोन के वार्डो में जाकर लोगों को जल संरक्षण कितना जरूरी विषय पर जानकारी देगी। इसके लिए वार्डो में चौपाल भी लगाने की तैयारी है। अभियान में वार्ड पार्षदों की अहम जिम्मेदारी रहेगी।

हर जोन में दो से तीन फिट पानी घटा

पहले ही यह आंकड़े सामने आ चुके हैं कि अंडरग्राउंड वाटर लेवल लगातार डाउन होता जा रहा है। आलम यह है कि हर जोन में दो से तीन फिट तक अंडरग्राउंड वाटर लेवल गिरा है। अगर यही स्थिति रही तो आने वाले समय में लोगों को बूंद-बूंद पानी के लिए तरसना पड़ सकता है। गर्मी के दिनों में इस्माइलगंज, आलमबाग समेत कई इलाकों में पानी संकट की समस्या भी सामने आती है। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है।

एक से दो बाल्टी पर फोकस

निगम प्रशासन की ओर से एक से दो बाल्टी पानी पर फोकस किया जा रहा है। निगम प्रशासन का प्रयास यही है कि हर कोई पानी बचत के लिए नहाने से लेकर कपड़े धोने में एक से दो बाल्टी पानी का ही प्रयोग करे। जरूरत पड़ने पर ही अतिरिक्त पानी का यूज किया जाए। निगम प्रशासन का मानना है कि शुरू में जनता को थोड़ी समस्या हो सकती है, लेकिन एक बार आदत पड़ गई तो फिर समस्या नहीं होगी।

कार्यकारिणी में प्रस्ताव

पहले मेयर के सामने प्रस्ताव को रखा जाएगा। उनके सुझावों के बाद कार्यकारिणी में प्रस्ताव को लाया जाएगा। कार्यकारिणी से प्रस्ताव पास होने के बाद सदन में प्रस्ताव को भेजा जाएगा। सदन से स्वीकृति मिलते ही योजना को इंप्लीमेंट किया जाएगा।

वर्जन

जल संरक्षण को ध्यान में रखते हुए यह प्लानिंग की जा रही है। निश्चित रूप से अभियान का खासा असर देखने को मिलेगा। पानी बचाने के लिए जनता का जागरुक होना बेहद जरूरी है।

संयुक्ता भाटिया, मेयर