- त्यौहार के सीजन में मयखानों का लड़खड़ाया हिसाब किताब

- जुलाई में शहरवासियों ने किया शराब से तौबा, टारगेट से कम हुई वाइन व बीयर की ब्रिकी

<- त्यौहार के सीजन में मयखानों का लड़खड़ाया हिसाब किताब

- जुलाई में शहरवासियों ने किया शराब से तौबा, टारगेट से कम हुई वाइन व बीयर की ब्रिकी

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: वैसे तो पीने वालों को पीने का बहाना चाहिए। लेकिन जब पीने वाले ही पीने से तौबा कर लें तो अच्छे अच्छे मयखानों का हिसाब किताब लड़खड़ाना लाजिमी है। जी हां जुलाई के महीने में कुछ ऐसा ही हुआ है। त्यौहारी सीजन में पीने वालों ने शराब से दूरी बनाई तो मयखानों के साथ ही आबकारी विभाग का भी बजट गड़बड़ा गया। जुलाई महीने एक साथ सावन और रमजान पड़ने के कारण सिटी में वाइन की ब्रिकी में करीब चालीस फीसदी की कमी दर्ज की गयी। बता दें कि चालू वित्तीय वर्ष में विभाग ने क्ब्भ्00 करोड़ रुपए राजस्व अर्जित करने का लक्ष्य रखा है। ऐसे में पूरे एक माह पीने वालों की बेरुखी विभाग को अखर गई।

क्या कहते हैं आकड़े

आबकारी विभाग से मिले आकड़ों के मुताबिक जनपद में वाइन की मासिक खपत लगभग साढ़े तीन लाख बोतल रही है। लेकिन जुलाई में यह ब्रिकी घटकर दो लाख दस हजार बोतल ही रह गई। इसी तरह बीयर की खपत में भी बीस फीसदी की कमी दर्ज की गयी है। विभागीय आंकड़ों के अनुसार जनपद में हर महीने तीन लाख बीयर की बोतल की बिक्री होती है। जो इस माह में घटकर दो लाख चालीस हजार के करीब पहुंच गयी। जुलाई माह के लिए विभाग ने 9भ्0 करोड़ रुपए अर्जित करने का लक्ष्य रखा था। जबकि जून के लिए क्0म्0 करोड़ रुपए का लक्ष्य निधार्रित किया गया था। इसी तरह अगस्त महीने में 9क्0 करोड़ रुपए तथा सितम्बर में 9ख्0 करोड़ रुपए हासिल करने का लक्ष्य निधार्रित किया गया है। वहीं टारगेट को पूरा करने के लिए इस वित्तीय वर्ष में विभाग ने सिटी में सैकड़ों नयी दुकाने खोली हैं। विभागीय जानकारों की मानें तो जुलाई से सितम्बर के बीच का समय विभाग के लिए सबसे कम ब्रिकी का समय माना जाता है।