RANCHI: राजधानी में बिना मान्यता प्राप्त 600 स्कूलों का धड़ल्ले से संचालन किया जा रहा है। शिक्षा विभाग के पास इन स्कूलों की मान्यता के लिए आवेदन दिए गए हैं, जिनमें मात्र 10 स्कूलों को मान्यता दी गई है। शेष स्कूलों को मान्यता देने की प्रक्रिया चलाई जा रही है। इन बिना मान्यता प्राप्त चलाए जा रहे कई स्कूलों में स्टूडेंट्स के लिए हास्टल की व्यवस्था कर दी गई है, जो पूरी तरह नियमों के विरुद्ध है। शिक्षा विभाग ने इन हॉस्टलों को बंद कराने का निर्णय लिया है। विभाग के उपसचिव देवेन्द्र कुमार सिंह ने जिले के डीसी और डीईओ को पत्र लिखकर ऐसे तमाम स्कूलों की सूची मांगी है, जो बिना मान्यता के संचालित किए जा रहे हैं।

क्या लिखा है पत्र में

पत्र में साफ लिखा है कि एक तो बिना मान्यता प्राप्त किए स्कूलों का संचालन हो रहा है और उससे भी ज्यादा गंभीर बात यह है कि इन स्कूलों के प्रबंधन द्वारा हॉस्टल भी चलाया जा रहा है। जब स्कूल को मान्यता मिली ही नहीं है, तब हास्टल कैसे चलाए जा रहे हैं, यह बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।

अधिकारियों को सौंपनी है जांच रिपोर्ट

उपसचिव ने अधिकारियों को निर्देश जारी किया है कि बिना मान्यता प्राप्त स्कूलों के हास्टल संचालन से संबंधित आवश्यक बिंदुओं पर जांच कर रिपोर्ट जमा करें। साथ ही स्पष्ट कहा गया है कि इन स्कूलों से स्पष्टीकरण मांगा जाए।

निजी स्कूलों की मनमानी पर लगेगी रोक

विभाग का कहना है कि इस तरह बिना अनुमति हास्टल का संचालन कर नियमों को तोड़ा जा रहा है। निजी स्कूलों द्वारा लगातार मनमानी की शिकायतें मिलती रही हैं। मामला फीस वसूली का हो या शिक्षा के अधिकार के तहत बच्चों का एडमिशन नहीं देने का, निजी स्कूलों द्वारा हमेशा नियम तोड़े जा रहे हैं। हास्टल बंद कराते हुए इन स्कूलों को मान्यता देने पर भी पुन: विचार किया जाएगा।

वर्जन

करीब 600 स्कूलों ने मान्यता के लिए आवेदन दिया है, जिसपर कार्रवाई की जा रही है। पहले फेज में 10 स्कूलों को मान्यता दी गई है। जिन स्कूलों में बिना मान्यता के हास्टल चलाए जा रहे हैं, उनकी लिस्ट जल्द ही तैयार कर ली जाएगी।

-रतन महवार, डीईओ, रांची