- 15 साल बीतने के बावजूद नहीं कराया था दोबारा पंजीकरण

- सबसे ज्यादा लापरवाह वाहन मालिकों पर पहले कार्रवाई

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52-हजार वाहन डिस्ट्रिक्ट में

8-हजार फोर व्हीलर

44-हजार टू व्हीलर

15-वर्ष बाद दोबारा कराना होता है रजिस्ट्रेशन

3-बार जारी किया जा चुका है सार्वजनिक नोटिस

300-रुपए प्रतिमाह टू व्हीलर की पेनाल्टी

500-रुपए प्रतिमाह फोर व्हीलर की पेनाल्टी

5-वर्ष के लिए दोबारा कराया गया रजिस्ट्रेशन होता है मान्

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BAREILLY :

डिस्ट्रिक्ट में बगैर रजिस्ट्रेशन के दौड़ रहे 52 हजार व्हीकल ओनर्स की अब खैर नहीं है। बगैर रजिस्ट्रेशन के दौड़ रहे वाहनों के खिलाफ डिपार्टमेंट अभियान शुरू करने जा रहा है। इसके लिए एआरटीओ ऑफिस से रजिस्ट्रेशन के लिए ऐसे लोगों को तीन बार नोटिस भी भेजा जा चुका है। इसके बाद भी अभी तक दो माह में सिर्फ 10 हजार वाहनों का रजिस्ट्रेशन दोबारा हो सका है। जबकि अधिकांश व्हीकल ओनर्स बगैर रजिस्ट्रेशन के ही वाहन दौड़ा रहे हैं यानी पंद्रह साल की मियाद पूरी किए हुए जिन वाहन मालिकों को ज्यादा समय बीत चुका है उनके रजिस्ट्रेशन पहले कैंसिल होंगे।

तुरंत कराएं रिजस्ट्रेशन वर्ना कार्रवाई

आरटीओ की कार्रवाई से बचने के लिए व्हीकल ओनर तुंरत रजिस्ट्रेशन करा लें तभी बच सकते हैं। इसके लिए उन्हें फार्म नम्बर 25 भरना होगा। जिसमें रजिस्ट्रेशन शुल्क में पेनाल्टी भी भरनी होगी। जिसमें टू व्हीलर के लिए 300 रुपए प्रतिमाह पेनाल्टी और फोर व्हीलर के लिए 500 रुपए प्रतिमाह पेनाल्टी भरनी होगी। दोबारा कराया गया रजिस्ट्रेशन पांच वर्ष के लिए मान्य होता है। इसके बाद फिर से रजिस्ट्रेशन कराना होता है। आरटीओ डिपार्टमेंट दिवाली से पहले ही ऐसे व्हीकल ओनर्स के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर देगा। आरटीओ डिपार्टमेंट ने सस्पेंड हो चुके वाहनों के दोबारा रजिस्ट्रेशन को पूरी तरह बंद नहीं किया है। आप विभागीय कार्रवाई से बचने के लिए रजिस्ट्रेशन करा लें तभी बच सकते है।

ो आजीवन सीज होगा वाहन

उप संभागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन आरपी सिंह बताते हैं कि दोबारा पंजीकरण न कराने पर वाहन का रजिस्ट्रेशन पूरी तरह रद हो जाएगा। ऐसे में वाहन सरेंडर करना होगा। पकड़े जाने पर वाहन हमेशा के लिए सीज भी किया जा सकता है।

बगैर रजिस्ट्रेश्ान के दौड़ रहे वाहन

करीब दो माह पहले दस्तावेजों की जांच में सामने आया था कि करीब 63 हजार वाहन रजिस्ट्रेशन मियाद खत्म होने के बावजूद चल रहे हैं। इसके बाद पहला सार्वजनिक नोटिस जारी किया गया। जिसके बाद अब तक करीब तीन हजार वाहन ओनर्स ने वाहनों का दोबारा रजिस्ट्रेशन कराया। इसके बाद दूसरे नोटिस पर 1336 लोगों ने री-रजिस्ट्रेशन कराया। अक्टूबर माह में भी लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया लेकिन अभी भी करीब 52 हजार से ज्यादा अवैध वाहन सड़क पर हैं।

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जो वाहन 15 वर्ष पूरे कर चुके हैं, इसके बाद भी दोबारा रजिस्ट्रेशन कराए बगैर शहर में दौड़ रहे हैं। ऐसे हजारों वाहनों के री-रजिस्ट्रेशन के लिए दिए गए नोटिस की मियाद 1 नवम्बर को खत्म हो चुकी है। अब इन वाहनों के रजिस्ट्रेशन सस्पेंड और वाहन को सीज करने की कार्रवाई की जाएगी।

- आरपी सिंह, एआरटीओ (प्रशासन), बरेली