- बिल्डर्स से मिलीभगत कर राजस्व को चूना लगाने वाले आवंटियों पर गिरेगी जुर्माने की गाज

- एआईजी स्टांप कार्यालय करवा रहा सर्वे, अब तक 5000 आवंटी चिन्हित

LUCKNOW : अगर आपने फ्लैट का कब्जा लेकर उसमें रहना शुरू कर दिया है और बिल्डर से रजिस्ट्री नहीं कराई है तो यह खबर आप ही के लिये है। बिना रजिस्ट्री फ्लैट में रहने वाले आवंटियों को जुर्माना भरना पड़ेगा। बिल्डर्स के साथ मिलीभगत कर राजस्व का चूना लगाने वालों का सर्वे असिस्टेंट इंस्पेक्टर जनरल स्टांप कार्यालय करवा रहा है। बताया जा रहा है कि अब तक ऐसे 5000 आवंटियों को चिन्हित भी कर लिया गया है, जिन पर सर्वे पूरा होने के बाद कार्रवाई की तैयारी है।

खर्च बचाने का खेल

राजधानी में इन दिनों कई टाउनशिप्स का निर्माण जोरों पर है। जबकि, कई टाउनशिप्स का काम पूरा हो चुका है। जिन टाउनशिप्स का काम पूरा हो चुका है उनमें से अधिकांश में आवंटियों ने अपने-अपने फ्लैट्स का कब्जा लेकर उसमें रहना भी शुरू कर दिया है। पर, रजिस्ट्री में लगने वाले खर्च को बचाने के लिये आवंटी रजिस्ट्री नहीं करा रहे। उनकी इस करतूत में बिल्डर्स भी ऐसे आवंटियों का साथ दे रहे हैं। जिसकी वजह से राजस्व की हानि हो रही है।

शक गहराने पर कराया सर्वे

तमाम टाउनिशप्स का काम पूरा होने के बावजूद रजिस्ट्री की संख्या न बढ़ने से तत्कालीन एआईजी स्टांप एसके त्रिपाठी का शक गहरा गया। उन्होंने तमाम टाउनशिप्स की वास्तविक स्थिति और फ्लैट्स में रह रहे लोगों का सर्वे शुरू कराया। इस सर्वे में पता चला कि कई टाउनशिप्स जिन्हें कंपलीशन सर्टिफिकेट मिल चुका और उन्होंने आवंटियों को उनके फ्लैट्स का कब्जा भी दे दिया। हालांकि, इन आवंटियों ने रजिस्ट्री नहीं कराई।

5000 आवंटी चिन्हित

बताया गया कि सर्वे में अब तक 5000 से अधिक ऐसे आवंटी चिन्हित हो चुके हैं, जिन्होंने फ्लैट का कब्जा लेकर उसमें रहना भी शुरू कर दिया लेकिन, रजिस्ट्री के खर्च से बचने के लिये रजिस्ट्री नहीं कराई। ऐसे सभी आवंटियों की लिस्ट तैयार कर ली गई है। एआईजी एसके त्रिपाठी का तबादला होने के बाद सर्वे की गति धीमी पड़ गई थी लेकिन, इसने एक बार फिर तेजी पकड़ ली है। जिससे ऐसे आवंटियों की संख्या में और भी इजाफा होने की संभावना है। सर्वे खत्म होने के बाद ऐसे सभी आवंटियों पर जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी। यह जुर्माना कितना होगा, इस पर विचार किया जा रहा है।