- मंगलवार की दोपहर कलेक्ट्रेट में हुई घटना

- एसडीएम कोर्ट में बयान देने गए थे बुजुर्ग

- दिनदहाड़े सिटी के प्राइम एरिया में हुई घटना से सनसनी

GORAKHPUR: भरी कचहरी में मंगलवार को गवाह को अगवा कर लिया गया। इस घटना ने एक बार फिर शहर में सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी। सएसपी ऑफिस से चंद कदम की दूरी पर अधिवक्ता को असलहा सटाकर बदमाशों ने बुजुर्ग का अपहरण कर लिया। अधिवक्ताओं के विरोध करने पर अपहरणकर्ताओं के अन्य सहयोगी लग्जरी गाड़ी छोड़कर फरार हो गए। सूचना पर एसएसपी ने तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया। हरकत में आई कैंट पुलिस ने अपहृत बुजुर्ग को कुछ ही घंटे में बरामद कर लिया। अपहर्ताओं के वाहन को कब्जे में लेकर आरोपियों की तलाश में जुट गई। पुलिस का कहना है कि भूमि के मुकदमे में बुजुर्ग की गवाही थी। गवाही देने से रोकने के लिए बदमाशों ने बुजुर्ग का अपहरण किया। दिव्यांग बुजुर्ग को कचहरी ले जाने वाले पीडि़त की तहरीर पर पुलिस कार्रवाई कर रही है।

गवाही देने गए थ्ो कचहरी

बेलीपार एरिया के नौसढ़ निवासी राम समुझ गुप्ता अपने गांव के बुजुर्ग परशुराम को लेकर कचहरी पहुंचे। भूमि के एक मामले में परशुराम की गवाही होनी थी। बयान हल्फी बनवाकर राम समुझ का पक्ष एसडीएम कोर्ट में जाने की तैयारी में थी। तभी एक प्रॉपर्टी डीलर कुछ लोगों के साथ पहुंचा। उसने परशुराम को मुकदमे में गवाही देने से रोकने की कोशिश की। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी शुरू हो गई।

थप्पड़ मारने पर टोका

आरोप है कि प्रॉपर्टी डीलर ने परशुराम को थप्पड़ मार दिया। वहां मौजूद अधिवक्ताओं ने दबंगई का विरोध किया तो मनबढ़ों ने असलहे निकाल लिए। बुजुर्ग को जबरन बाइक पर बैठाने लगे। शोर-शराबा होने पर कई अधिवक्ता पहुंच गए। एक अधिवक्ता की ओर असलहा तानकर दो युवकों ने बुजुर्ग को जबरन बाइक पर बैठा लिया। तेजी के साथ कलेक्ट्रेट से बाहर भाग निकले।

दौड़ाने पर भागे सहयोगी

असलहे के बल पर बुजुर्ग के अपहरण करने की सूचना से हड़कंप मच गया। प्रापर्टी डीलर के साथ लग्जरी गाड़ी से आए मनबढ़ों को लोगों ने दबोचने की कोशिश की। एक युवक की पकड़कर पिटाई करने लगे तो अन्य लोग भी भाग निकले। सपा का झंडा लगा लग्जरी गाड़ी मौके पर खड़ी रह गई। अधिवक्ताओं पर असलहे तानने की सूचना पर एकजुट वकील एसएसपी के पास पहुंचे। मामले की जानकारी एसएसपी ने सीओ कैंट सहित भारी पुलिस बल भेजने को कहा।

पुलिस ने बुजुर्ग को किया बरामद

अपह़ृत बुजुर्ग की तलाश में पुलिस की एक टीम लग गई। करीब दो घंटे बाद पुलिस ने बुजुर्ग को उनके घर से बरामद कर लिया। बुजुर्ग ने बताया कि अपहरण करने वाले बाइक सवार उनको लेकर घर पहुंचे। छोड़कर घर रहने की हिदायत देते हुए चले गए। बुजुर्ग परशुराम ने बताया कि पैर में गंभीर चोट से वह दिव्यांग हो गए हैं। चलने फिरने में असमर्थ होने से बदमाशों की बाइक पर बैठे रहे। बदमाश उनको जानमाल की धमकी देते हुए गवाही न देने का दबाव बनाते रहे।

विधायक के नाम पर दबंगई

पुलिस की जांच में सामने आया कि भू माफिया राजन यादव, गोलू उर्फ राहुल, बबलू और चार-पांच अन्य ने बुजुर्ग का अपहरण किया था। उनका राम समुझ के साथ विवाद चल रहा है। आरोपी प्रॉपर्टी डीलर एक विधायक के नाम पर दबंगई करते हैं। इसलिए वाहन पर विधान सभा ग्रामीण का बोर्ड लगाकर चलते हैं। सपा का झंडा लगी गाड़ी को लेकर पुलिस जांच में जुट गई। उधर थाने में मौजूद राम समुझ ने आरोप लगाया कि विधायक के नाम पर प्रॉपर्टी डीलर सबको बेवजह परेशान करते हैं। नौसढ़ में वाराणसी हाइवे पर स्थित उनकी भूमि पर जबरन कब्जा करना चाहते हैं। इसका मुकदमा कोर्ट में चल रहा है जिसमें बुजुर्ग परशुराम की गवाही होनी थी।

वर्जन

इस मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। मामले में तहरीर मिली थी। उसमें किसी विधायक का जिक्र नहीं था। आरोपियों के खिलाफ अपहरण, बलवा, मारपीट, जानमाल की धमकी सहित कई धाराओं में केस दर्ज करके तलाश की जा रही है।

बृजेश वर्मा, इंस्पेक्टर कैंट