GORAKHPURएक बार फिर शहर में मां का एक अनोखा रूप देखने को मिला। महादेव झारखंडी में एक महिला ने बच्चों का गला दबाकर मार दिया और फिर खुद फंदे से लटकर खुदकुशी कर ली। चार साल पहले पति की मौत के बाद से वह डिप्रेशन में थी। बुधवार को उसने आत्मघाती कदम उठा लिया। गुरुवार सुबह दरवाजा नहीं खुलने पर सास कमरे की ओर गई और आवाज दी, मगर कोई आवाज नहीं आया। शोर सुनकर आसपास के लोग और पुलिस भी पहुंच गई। अंदर से कुंडी बंद थी। पुलिस ने दरवाजा खोलकर तीनों शव को बरामद कर लिया। तीनों के शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम को भेजा। घटना की सूचना पर एसपी सिटी विनय कुमार सिंह, सीओ कैंट अभिषेक कुमार सिंह भी मौके पर पहुंच गए थे।

 

सुबह दरवाजा खुला तो उड़े होश

नलकूप में कार्यरत सुरेश सिंह का महादेव झारखंडी में मकान है। पत्नी स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत हैं। बुधवार रात बड़े बेटे संतोष सिंह की पत्नी शशि सिंह (38) ने 5वीं पढ़ने वाली बेटी दीक्षा उर्फ एंजल (12) और यूकेजी में पढ़ने वाले बेटे नववेद्ध (4) को गला दबाकर मार डाला। दोनों बच्चों को मारने के बाद वह बख्शे के सहारे पंखे पर फंदा लगाई और फिर खुद भी लटक गई। सुबह कमरा नहीं खुला तो बच्चों के स्कूल जाने में देरी होने की बात कहते हुए सास कमरे की ओर गई और आवाज दी। कमरे से कोई आवाज न आने पर वह घबरा गई और घर के अन्य सदस्यों को बताया। दरवाजा खटखटा गया, फिर भी आवाज न आने पर पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने दरवाजा धक्का मारकर खोला तो सामने शशि फंदे से लटकी थी और दो बच्चे बेड पर पड़े थे। बेटी के गले पर कसे जाने के निशान है, जबकि बेटे के गला पर और मुंह पर दबाए जाने के निशान मिले हैं। इंस्पेक्टर कैंट मनोज पाठक ने बताया कि बच्चों को मारने के बाद महिला ने खुदकुशी की है। शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।


चार साल पहले पति ने भी की थी आत्महत्या

करीब साल पहले मृतक शशि के पति संतोष सिंह ने ट्रेन से कटकर खुदकुशी कर ली थी। प्रापर्टी डीलिंग का काम करने वाले संतोष भी डिप्रेशन में आने के बाद ही आत्मघाती कदम उठाए थे। घर वालों के मुताबिक तभी से पत्‌नी डिप्रेशन में रहती थी।

 

रात में बनाया था पसंदीदा छोला-बठूरा

बच्चों को मारने से पहले शशि ने उनके पसंद का खाना भी खिलाया था। रात में छोला बठूरा खिलाने के बाद फिर उसने बच्चों को मार दिया और फिर आत्महत्या कर ली है।