गोद में बेटे को लेकर ट्रेन के सामने कूदी महिला, बच्चे की मौके पर मौत

गंभीर महिला को डॉक्टरों ने किया इलाहाबाद के लिए रेफर

गरीबी को लेकर आए दिन झगड़े की वजह लोग बता रहे घटना का कारण

कोखराज के जीवनगंज रेलवे क्रा¨सग के पास हुई घटना

<गोद में बेटे को लेकर ट्रेन के सामने कूदी महिला, बच्चे की मौके पर मौत

गंभीर महिला को डॉक्टरों ने किया इलाहाबाद के लिए रेफर

गरीबी को लेकर आए दिन झगड़े की वजह लोग बता रहे घटना का कारण

कोखराज के जीवनगंज रेलवे क्रा¨सग के पास हुई घटना

kaushambi@inext.co.in

KAUSHAMBI ( 19 May): kaushambi@inext.co.in

KAUSHAMBI ( 19 May): गरीबी इंसान को मौत की राह चुनने के लिए मजबूर कर देती है। कौशाम्बी में दिल दहलाने वाली एक ऐसी ही घटना गुरुवार को सामने आई। आर्थिक रूप से तंग परिवार की एक महिला बच्चे के साथ जान देने की ठान ली। बदतर जिंदगी जीने से बेहतर उसे मौत का रास्ता अच्छा लगने लगा। जिस बच्चे को वह कई साल पालती रही उसी को गोद में लेकर ट्रेन के सामने कूद गई। ट्रेन से टकराते ही उसके बच्चे के चीथड़े उड़ गए। बच्चे की तो दर पर मौत हो गई पर महिला की जान बच गई। वह गंभीर रूप से घायल हो गई। यह बात परिजनों व गांव वालों को पता चली तो भाग कर मौके पर पहुंचे। इलाज के लिए महिला को अस्पताल ले गए। जहां पर वह अब भी जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है। उसके जरिए आत्महत्या का कदम उठाने के पीछे गरीबी को ही लोग कारण बता रहे हैं। घटना कोखराज के जीवनगंज रेलवे क्रासिंग पर सुबह की है। बच्चे के शव को जीआरपी ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजनों में कोहराम है।

भट्टे पर काम करता है पति

कोखराज के मलाकनागर बिराहीबाद निवासी कालीदीन ईंट भट्ठे पर मजदूरी करता है। आर्थिक रूप से परिवार की स्थिति काफी कमजोर है। बताते हैं कि गरीबी को लेकर वह और उसकी पत्‍‌नी काफी तनाव में रहती थी। गुरुवार की सुबह सुबह उसकी पत्‍‌नी उर्मिला देवी (ख्8) अपने पांच वर्षीय मासूम बेटे दीपक के साथ रेलवे लाइन की तरफ गई थी। वहां पर मौजूद लोगों की मानें तो कानपुर की तरफ से आ रही ट्रेन के सामने विवाहिता अपने बेटे के साथ कूद गई। इससे उसके मासूम बेटे की तो मौके पर ही मौत हो गई।

लोग पहुंचाए अस्पताल

जबकि ट्रेन की चपेट में आने से विवाहिता गंभीर रूप से घायल हो गई। ट्रेन हादसे को देखते ही मौके पर भीड़ इकट्ठा हो गई। इकट्ठा हुए लोगों ने विवाहिता को आनन फानन में एम्बुलेंस से मूरतगंज सीएचसी में भर्ती करा दिया। अस्पताल में डॉक्टरों ने उसकी हालत नाजुक देख इलाहाबाद के लिए रेफर कर दिया। सूचना पर पहुंची जीआरपी ने मासूम के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। विवाहिता के इस प्रकार मासूम के साथ ट्रेन के आगे मौत की छलांग लगाने के मामले को लेकर परिजनों का कहना है कि वह शौच के लिए रेलवे लाइन की तरफ गई थी। इसी दौरान वह हादसे का शिकार हो गई। हालांकि गांव के तमाम लोग बताते हैं कि आर्थिक स्थिति सही न होने की वजह से आए दिन परिवार में आपसी झगड़ा होता था। इस झगड़े को लेकर वह काफी व्यथित रहती थी।

बाक्स

नहीं थम रहे पछतावे के आंसू

कोखराज के मलाक नागर गांव के जिस मासूम दीपक की मौत हुई वह अभी अपनी ¨जदगी को लेकर ठीक से संवर नहीं पाया था। बताते हैं कि वह मां-बाप और पारिवारिक झगड़े की भेंट चढ़ गया। मासूम की तो ¨जदगी उजड़ गई लेकिन इसके पीछे मां-बाप को भी उस समय पछतावा हुआ जब उनके जिगर का टुकड़ा इस दुनिया में नहीं रहा। हादसे के बाद रोते बिलखते मौके पर पहुंचा मासूम का पिता कालीदीन अपने जिगर के टुकड़े को कलेजे से लगा कर दिन भर रोया और वह अपने आप को कोसता रहा। वहीं दूसरी तरफ ¨जदगी और मौत के बीच का संघर्ष कर रही उसकी पत्‍‌नी उर्मिला देवी भी अस्पताल में मौत को निहारती रही। जैसे ही उसको पता चला कि उसका लाल अब इस दुनिया में नहीं है तो वह भी मौत की राह देखने लगी।