- लैंसडाउन फॉरेस्ट डिविजन के अंतर्गत रामपुर गांव की घटना

- वन विभाग के अफसरों के देरी से पहुंचने पर ग्रामीणों ने किया हंगामा

KOTDWAR: लैंसडाउन फॉरेस्ट डिविजन के अंतर्गत रामपुर गांव में गुलदार ने एक महिला को अपना निवाला बना लिया। घटना के म् घंटे बाद भी जिम्मेदार अफसरों के मौके पर न पहुंचने से आक्रोशित ग्रामीणों ने महिला का शव नहीं उठने दिया। क्षेत्रीय विधायक दलीप रावत व एसडीएम राकेश तिवारी ने किसी तरह ग्रामीणों को समझाया, इसके बाद दोपहर करीब एक बजे महिला का शव उठाया जा सका।

गौशाला गई थी महिला

घटना करीब साढ़े पांच बजे सुबह की है। रामपुर निवासी माया देवी (ब्0) पत्नी राजेंद्र सिंह गौशाला की ओर गई। इसी दौरान एक गाय खूंटे से खुल कर गौशाला से बाहर की तरफ दौड़ पड़ी। गाय को पकड़ने के लिए माया टॉर्च लेकर गाय के पीछे दौड़ी। तभी घर से करीब पचास मीटर दूर खेत में दुबके गुलदार ने माया पर हमला कर दिया। माया की चीख सुन आंगन में झाडू लगा रहे राजेंद्र सिंह शोर मचाते हुए आवाज की दिशा में दौड़े, लेकिन अंधेरा होने के कारण कुछ पता नहीं चल पाया। इस बीच आस-पड़ोस के लोग भी मौके पर पहुंच गए व माया देवी की तलाश शुरू की। सुबह करीब सात बजे घर से कुछ ही दूर खेत में माया का शव मिला। सूचना पर सनेह रेंज के रेंजर विक्रम सिंह बिष्ट व कोटद्वार रेंज का स्टाफ मौके पर पहुंचा। उन्हें ग्रामीणों का गुस्सा झेलना पड़ा। सुबह दस बजे तक भी आला अधिकारियों के मौके पर नहीं पहुंचने से लोग भड़क गए। उन्होंने पुलिस को शव का पंचनामा नहीं भरने दिया। वह गुलदार को आदमखोर घोषित कर शूटर तैनात करने की मांग कर रहे थे। इस बीच लैंसडौन विधायक दलीप रावत, जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमन कोटनाला और एसडीएम राकेश तिवारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास करने लगे। कुछ देर बाद कोटद्वार रेंज के रेंजर एसपी कंडवाल भी मौके पर पहुंच गए व उन्हें भी ग्रामीणों ने खरी-खोटी सुनाई। काफी जद्दोजहद के बाद इस बात पर सहमति बनी कि प्रशासन पीडि़त परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी सेवा में लेने व गुलदार को आदमखोर घोषित कर शूटर तैनात करने की संस्तुति शासन से करेगा। इसके बाद ही ग्रामीणों ने शव उठाने दिया। वन महकमे की ओर से पीडि़त परिवार को पचास हजार रुपए की तात्कालिक सहायता दी गई है।