RANCHI : धुर्वा डैम किनारे 29 अप्रैल की रात सोनामनी एक्का की गोली मारकर की गई हत्या की गुत्थी को रांची पुलिस ने सुलझा लिया है. चार युवकों से अवैध संबंध सोनामनी के कत्ल का कारण बना. दो प्रेमी ने मिलकर उसकी हत्या की और इस सनसनीखेज वारदात में प्रयुक्त असलहे को दो अन्य युवकों के माध्यम से खपा दिया. पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए चारों आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है. पुलिस ने इस कांड में प्रयुक्त पिस्टल, मृतका का मोबाइल व आरोपी प्रेमी की स्कूटी को भी बरामद कर लिया है. एसपी सिटी सुजाता कुमारी वीणापाणि ने शनिवार को प्रेस कांन्फ्रेंस कर इस मर्डर कांड का खुलासा किया.

जिन्हें गिरफ्तार किया गया

* दो प्रेमी जो सोनामनी के साथ धुर्वा डैम गए और हत्या की.

-पहला संदीप कुमार महतो उम्र 20 वर्ष, पिस्का नगड़ी. टेंट हाउस का संचालक है.

- दूसरा राज स्वांसी उम्र 20 वर्ष डीटी/1405 के बगल में खटाल के पास झोपड़ी, थाना धुर्वा, रांची. यह 2012 में लोअर बाजार थाने से हत्या के एक मामले में जेल भेजा गया था.

* दो अन्य आरोपी जो हथियार खपाने में सहयोग किए.

-जिसमें शुभम गोप उम्र 19 वर्ष, पिस्का नगड़ी ने संदीप ने हत्या के बाद शुभम को 37 हजार रुपये में बरामद पिस्टल बेच दी थी.

-और प्रमोद कुमार उम्र 20 वर्ष साहेर सेमर टोली, नगड़ी. शुभम ने प्रमोद कुमार को यह पिस्टल 47 हजार रुपये में बेच दी जिसे प्रमोद के घर से बरामद किया गया।

इनसे था सोनामनी का अवैध संबंध

- राज स्वांसी (गिरफ्तार व हत्या में शामिल), संदीप कुमार महतो (गिरफ्तार व हत्या में शामिल), अमन कुमार महतो (संदीप कुमार महतो का छोटा भाई) व संतोष कुमार (ग्राम नगड़ी, संदीप का दोस्त है. इससे सोनामनी ने देउड़ी मंदिर में शादी कर ली थी.

प्रेम जाल में ऐसे फंसे चारों आरोपी
सोनामनी हत्याकांड में गिरफ्तार प्रेमी राज स्वांसी व संदीप कुमार महतो ने पुलिस के सामने घटना की पूरी कहानी बयां की. संदीप के अनुसार उसका नगड़ी में लाइट साउंड का व्यवसाय है. उसके ही व्यवसाय में राज स्वांसी भी एक साल से जुड़ा था. सोनामनी एक्का नगड़ी थाना क्षेत्र के साहेर में अशोक उरांव के घर में किराए पर रहती थी. संदीप व अशोक पहले से परिचित थे, जिसके चलते उसका अशोक के घर आना-जाना था. एक दिन संदीप अपने दोस्त संतोष के साथ अशोक के घर गया, जहां दोनों का परिचय सोनामनी से हुआ. इन दोनों के अलावा राज स्वांसी से भी सोनामनी का परिचय हो गया था. सोनामनी तीनों से अलग-अलग मिलने लगी. तभी संदीप को पता चला कि उसके छोटे भाई अमन से भी सोनामनी का अवैध संबंध है. अब सोनामनी संदीप को भी ब्लैकमेल करने लगी और चुपके से उसके दोस्त संतोष से देउड़ी मंदिर में जाकर शादी भी कर ली.

तब ठिकाने लगाने का बनाया प्लान
जब चार युवकों से प्रेम संबंध की जानकारी संदीप व राज स्वांसी को हुई तो दोनों ने सोनामनी को ही ठिकाने लगाने का प्लान बनाया. संदीप के अनुसार 2016 में नौवीं तक पढ़ाई करने के बाद स्कूल छोड़ दिया था. इसके बाद उसने एक पिस्टल खरीदी. प्लान के मुताबिक वह व राज स्वांसी सोनामनी को जगन्नाथपुर घुमाने के बहाने 29 अप्रैल को स्कूटी से रात के आठ बजे निकले. संदीप ने लोडेड 7.65 बोर की पिस्टल स्कूटी की डिक्की में रखी थी. वह स्कूटी चला रहा था, उसके पीछे राज स्वांसी बैठा और सबसे पीछे सोनामनी बैठी थी. तीनों धुर्वा डैम पहुंचे. उस समय रात के 11.30 बज रहे थे. वहां संदीप ने स्कूटी रोकी. तीनों वहां घूमने लगे. तभी स्कूटी की डिक्की से पिस्टल निकाल संदीप ने सोनामनी के कनपटी पर गोली मार दी. घटना के बाद राजस्वांसी अपने घर पतराटोली चला गया. संदीप जब आश्वस्त हो गया कि सोनामनी मर चुकी है, तब वह भी अपने घर भाग निकला. दो दिन बाद उसने हत्या में शामिल पिस्टल को शुभम गोप को 37 हजार में बेच दिया. फिर शुभम ने प्रमोद को 47 हजार रुपये में बेच दिया. पुलिस ने प्रमोद के घर से उक्त पिस्टल को बरामद किया. राज स्वांसी ने सोनामनी के मोबाइल को उसके किराए के मकान में ले जाकर फेंक दिया था.

खुलासे में ये अधिकारी रहे शामिल
डीएसपी हटिया प्रभात रंजन बरवार, धुर्वा एसओ राजीव कुमार, नगड़ी थानेदार दारोगा संतोष कुमार पांडेय, जमादार लाल मोहर पांडेय, चालक संतोष कुमार सुमन, सैप जवान रंजीत सिंह व संजय कुमार व सिपाही बम नारायण तिवारी आदि शामिल थे.