- नरही से खोवा लाकर बनाया गया था प्रसाद, एक ट्रॉमा रेफर

LUCKNOW: नरही में सोमवार को प्रसाद के लड्डू खाने के बाद 21 महिलाएं और 2 बच्चों की हालत बिगड़ गई। सभी को डॉ। श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। अचानक 21 महिलाएं पहुंचने पर इमरजेंसी के बरामदे में बेड लगाकर मरीज भर्ती करने पड़े। देर शाम परिवार कल्याण मंत्री रविदास मेहरोत्रा ने यहां पहुंचकर मरीजों का हालचाल लिया और इलाज के लिए आवश्यक निर्देश दिए।

उल्टी और दस्त की शिकायत

नरही के हरभजन शिवालय के पास रहने वाले अतुल कुमार जायसवाल के घर में पूजा थी। पूजा में बड़ी संख्या में मोहल्ले की महिलाएं और बच्चे मौजूद थे। दोपहर बाद पूजा खत्म हुई और सभी लोग प्रसाद पाकर अपने घर चले गए। लेकिन, एक घंटे के अंदर ही महिलाओं ने उल्टी-दस्त की शिकायत की। जिसके बाद महिलाओं को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसमें एक ही घर से पांच महिलाएं और तीन साल के बच्चे की हालत ज्यादा बिगड़ गई। तीन वर्षीय वेदांत जायसवाल की हालत बिगड़ने पर सिविल अस्पताल के डॉक्टर्स ने उसे ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया। तीन साल के ही रोहन को सिविल की बाल रोग विभाग में भर्ती कराया गया है।

ये महिलाएं हुई भर्ती

मधु जायसवाल, रेखा जायसवाल, पूजा जायसवाल, रूपा जायसवाल, नीलम जायसवाल, शांति देवी (50), राधिका (65), लता रानी (60), शशि साहू, पल्लवी (15), सावित्री (65), कंचन (50), सुनीता (25), मीना (50), प्रियंका (23), माधुरी (55), पूजा, वर्तिका, रोमी (20)।

नाका से लाए थे खोवा

अतुल कुमार जायसवाल के अनुसार वह रविवार को नाका मंडी से खोवा प्रसाद बनाने के लिए लाए थे। जिससे सुबह चावल, दूध, चीनी, मेवा मिलाकर प्रसाद (पिन्नी) बनाया गया और पूजा के बाद उसे वितरित किया गया। एक डेढ़ घंटे बाद ही महिलाओं की हालत बिगड़ने लगी। लोगों के बीमार होने पर वह खुद भी अस्पताल पहुंचे थे। एफएसडीए अधिकारियों ने मौके पर जाकर प्रसाद का सैंपल कलेक्ट किया। एफएसडीए अधिकारियों के अनुसार बारिश के मौसम में साफ-सफाई का ध्यान रखना जरूरी है। साफ पानी इस्तेमाल करें। खुले में बिक रहा सामान न खाएं और कोई दिक्कत होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।