- राजकीय महिला शरणालय से छह संवासिनियों के फरार होने के बाद जिला प्रशासन हरकत में

- स्थायी नर्स की भी होगी तैनाती, बीमार संवासिनियों की करेगी देखरेख

LUCKNOW : राजधानी के राजकीय महिला शरणालय से तीन संवासिनियों के फरार होने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। अब संवासिनियों के लिये महिला काउंसलर की तैनाती की जाएगी। इतना ही नहीं बीमार संवासिनियों की देखभाल के लिये नर्स को भी तैनात किया जाएगा। साथ ही आधा दर्जन चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को भी रखे जाने की योजना है।

फरारी का सिलसिला जारी

बीती 11 अगस्त को प्राग नारायण रोड स्थित राजकीय महिला शरणालय से छह संवासिनियां फरार हो गई थीं। इनमें से तीन संवासिनी लखीमपुर, दो लखनऊ व एक हरदोई की थी। इनमें भी एक गर्भवती थी। जांच में पता चला कि फरार हुई संवासिनियों के परिजनों को उन्हें ले जाने के लिये बुलाया गया था लेकिन, वे कई बार के बुलावे के बाद भी नहीं आ रहे थे। उल्लेखनीय है कि इससे पहले जून 2013 में एक और फरवरी 2013 में तीन संवासिनी फरार हो गई थीं। हालांकि, उस वक्त भी परिजनों की बेरुखी को तो जिम्मेदार बता दिया गया पर, महिला शरणालय के हालात और वहां व्याप्त अव्यवस्था पर किसी ने भी चर्चा की जहमत नहीं उठाई थी।

निरीक्षण में सामने अाई कमियां

संवासिनियों के लगातार फरार होने की घटना के बीच जिला प्रशासन एक्शन मोड में आ गया है। शुक्रवार को एसीएम फ‌र्स्ट ने राजकीय महिला शरणालय का औचक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण में शरणालय में तमाम खामियां सामने आई। 71 संवासिनियों के इस शरणालय में एक भी महिला काउंसलर तैनात नहीं है। साथ ही एक नर्स का पद भी रिक्त है। इसके अलावा संवासिनियों की संख्या के मद्देनजर आधा दर्जन महिला चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की तैनाती की जरूरत सामने आई। एसीएम ने डीएम कौशल राज शर्मा को रिपोर्ट बनाकर सौंप दी है। बताया गया कि डीएम ने शरणालय में मिली कमियों को जल्द से जल्द दुरुस्त करने का आदेश दिया है।