- डीएम ने लिया संज्ञान, छापेमारी की कार्ययोजना बनाई

- जिला चिकित्सा विभाग की भूमिका संदिग्ध

आई एक्सक्लूसिव

Meerut: मेरठ में पड़ोसी राज्य हरियाणा की टीमें आकर अल्ट्रासाउंड सेंटर्स पर छापा मार रही हैं और चिकित्सा विभाग हाथ पर हाथ रखे बैठा है। पीएनडीटी एक्ट व जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में डीएम ने साफ कर दिया कि इस जघन्य अपराध में कहीं न कहीं विभागीय की भूमिका भी है। इसी कड़ी में रविवार को एक अन्य खुलासे को भी डीएम ने संज्ञान में लिया है।

छापेमारी की कार्ययोजना

डीएम जगत राज ने मेरठ में गिर रहे लिंगानुपात पर रविवार को कड़ी चिंता व्यक्त करते हुए चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को अल्ट्रासाउंड सेंटर्स पर छापेमारी की गुप्त रणनीति बनाने के निर्देश दिए हैं। बता दें कि हरियाणा की मेडिकल और पुलिस टीम ने पिछले एक साल में मेरठ के 4 अल्ट्रासाउंड सेंटर्स पर छापा मारकर भ्रूण परीक्षण के आरोपी डॉक्टरों को दबोचा था। इनमें एक सपा एमएलसी की रिश्तेदार भी शामिल है।

तय होगी भूमिका

रविवार को डीएम ने कुछ सामाजिक संस्थाओं से 'बेटी संरक्षण' में आगे आने की अपील की और कहा कि अब मेरठ में लिंग परीक्षण नहीं होने दिया जाएगा। इस दौरान संस्थाओं ने चिकित्सा विभाग की भूमिका पर सवाल खड़ा किया है। संस्थाओं का कहना है कि जिन अल्ट्रासाउंड सेंटर्स पर लिंग परीक्षण हो रहा वहां तक टीम कभी जांच के लिए नहीं जाएगी। चिकित्सा विभाग की मिलीभगत से मेरठ में काले कारनामे को अल्ट्रासाउंड सेंटर्स अंजाम दे रहे हैं।

गठित होगी टीम

डीएम ने तत्काल एक टीम के गठन के निर्देश दिए हैं, इस गोपनीय टीम का मूवमेंट सिर्फ डीएम को मालूम होगा। समाजसेवी संस्थाओं के अलावा प्रशासनिक अफसर को चिकित्सा विभाग के ईमानदार अधिकारी इस टीम में शामिल होंगे।

मेरठ में

68-अल्ट्रासाउंड सेंटर्स

92-गाइनी-अल्ट्रासाउंड हॉस्पिटल

24-जेनेटिक परामर्श केंद्र

पीसीपीएनडीटी एक्ट का होगा अनुपालन

मेरठ में पीसीपीएनडीटी एक्ट का अनुपालन होगा। जिला स्वास्थ्य कमेटी के अध्यक्ष डीएम ने साफ कर दिया कि अब बैठकों में महज खानापूर्ति नहीं होगी बल्कि चिकित्सा विभाग को स्थिति स्पष्ट करनी होगी। उन्होंने सख्त हिदायत दी कि यदि अब हरियाणा की टीम ने किसी भी सेंटर पर छापा मारकर भू्रण परीक्षण की पुष्टि कर दी तो संबंधित चिकित्सा अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही तय है।

मेरठ में भ्रूण परीक्षण के कई प्रकरण सामने आए हैं। यहां देखा गया है कि पड़ोसी राज्य हरियाणा से गर्भवती महिलाओं को भ्रूण परीक्षण और कन्या भ्रूण हत्या के लिए लाया जा रहा है। कुछ महिलाएं की भूमिका स्पष्ट हो रही है। रैकेट का पर्दाफाश कर अपराधियों को जेल भेजा जाएगा।

-जगत राज, जिलाधिकारी