- राजभवन में महिला सशक्तिकरण पर सेमिनार हुआ आयोजन, 400 से अधिक महिलाओं ने की शिरकत

>DEHRADUN: राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने केंद्र व राज्य सरकार द्वारा महिला सशक्तीकरण को लेकर बनाई जा रही योजनाओं के जरूरतमंदों तक न पहुंच पाने पर चिंता जताई है। कहा, जिन लोगों के लिए ये योजनाएं बनाई गई हैं, उन तक पहुंचाने की व्यवस्था होनी चाहिए। पुलिस को महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों के प्रति गंभीरता दिखाते हुए ऐसे प्रकरणों पर तत्काल केस फाइल करना चाहिए।

सेमिनार में लिंगभेद पर िचंता जताई

वेडनसडे को राजभवन में महिला सशक्तिकरण पर सेमिनार का आयोजन हुआ। इसमें भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय पुलिस सेवा, शिक्षा, स्वास्थ्य, सचिवालय सेवा समेत तमाम डिपार्टमेंट्स से करीब 400 से अधिक महिलाओं ने शिरकत की। इस मौके पर राज्यपाल बेबी रानी मौर्या ने कन्या भू्रण हत्या को जघन्य अपराध बताते हुए आवश्यकता पड़ने पर इसके लिए जनांदोलन चलाए जाने पर भी जोर दिया। राज्यपाल ने कहा कि उच्च पदों पर आसीन महिलाएं दूसरी महिलाओं के लिए रोल मॉडल हैं। ऐसी सशक्त महिलाओं को दूसरे तबकों की महिलाओं को मजबूत बनाने के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने महिला सुरक्षा को लेकर बनाई गई योजनाओं व हेल्पलाइन के बारे में पुलिस अधिकारियों से स्कूलों में इसकी जानकारी देने की अपेक्षा की। उन्होंने स्कूल व कॉलेजों में आने-जाने के दौरान छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने समाज में लिंगभेद को लेकर चिंता जताई। डीआइजी रिद्धिम अग्रवाल ने महिला अपराध के आंकड़े प्रस्तुत किए, कहा उत्तराखंड में महिलाओं के प्रति क्राइम की घटनाएं दूसरे स्टेट्स की तुलना में कम हैं। विधि सलाहकार राज्यपाल कहकशां खान ने पुलिस द्वारा महिला अपराधों पर तुरंत कार्रवाई व एफआईआर दर्ज न करने के मामलों पर सवाल उठाए। कहा, पोक्सो एक्ट के मामलों में ऑनलाइन एफआईआर की व्यवस्था होनी चाहिए। इस दौरान महिला एवं बाल विकास की डायरेक्टर झरना कमठान, हेल्थ डिपार्टमेंट से डॉ। सरोज नैथानी आदि मौजूद रहे।

सुबह भी चलेगा ऑपरेशन पिंक

एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि ग‌र्ल्स की सुरक्षा के लिए पुलिस द्वारा स्कूलों की छुट्टी के वक्त ऑपरेशन पिंक चलाया जा रहा है। महिला चीता पुलिस कर्मी ग‌र्ल्स से उनकी समस्याओं की जानकारी लेती हैं। उन्होंने कहा कि अब इसे सुबह स्कूल शुरू होने के समय भी चलाया जाएगा।