- 80 प्रतिशत काम पूरा, अब मेट्रो की वजह से होगा लेट

- 30 अगस्त को मेट्रो के लिए टीम करेगी सर्वे, नए सिरे से होगा निर्माण कार्य

GORAKHPUR: असुरन से मेडिकल रोड पर जाने वालों को अभी और प्रॉब्लम झेलनी होगी। इस रोड का काम पहले तो बजट ने रोका फिर एक बार काम शुरू हुआ तो अब मेट्रो सर्वे ने काम की रफ्तार धीमी कर दी है। जबकि अधीक्षण अभियंता एमपी चौरसिया का कहना है कि करीब 80 प्रतिशत काम पूरा कर लिया गया है। मेट्रो टीम के सर्वे के बाद बाकी काम भी तेजी से खत्म कर दिया जाएगा। लेकिन हकीकत यही है कि अभी फिलहाल इस सड़क का काम पूरा होना मुश्किल ही है।

जून तक कंप्लीट होना था काम

बीते जून तक असुरन-मेडिकल कॉलेज रोड का काम पूरा होना था। इस रोड के सीसी निर्माण के लिए 182 करोड़ स्वीकृत किया गया था। पहले यहां पर डामर वाली रोड बननी थी। बाद में सीसी रोड बनाने का आदेश आया। इस कारण इसकी कॉस्ट बढ़ गई। चौड़ीकरण में धर्मस्थल, भवन और दुकानों को भी नुकसान पहुंचा था। जिसके मुआवजे के साथ वन विभाग और बिजली विभाग का खर्च जोड़कर रिवाइज इस्टीमेट भेजा गया। जिसके इंतजार में कुछ काम पेंडिंग पड़े रहे।

अब मेट्रो ने रोका निर्माण

इसके बाद भी धीरे-धीरे काम चल रहा था। तभी मेट्रो का प्रोजेक्ट पास हो गया। अब प्रमुख सचिव आवास के साथ एलएमआरसी के अधिकारी 30 अगस्त को गोरखपुर आएंगे। प्रमुख सचिव मेट्रो दोनों रूट्स का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद डीपीआर स्वीकृति के लिए शासन को भेजा जाएगा। सब कुछ सही रहा तो निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।

4100 करोड़ से दौड़ेगी मेट्रो

गोरखपुर में दो बोगियों वाली मेट्रो चलाई जाएगी। जिसमें एक कचहरी से गुलरिया और दूसरी श्यामा नगर मानीराम से मोहद्दीपुर होते हुए कूड़ाघाट और सूबा बाजार तक जाएगी। अधिकारी ने बताया कि 4100 करोड़ से तैयार होने वाली इस परियोजना में 27 स्टेशन बनाए जाएंगे। इसमें एक साथ 400 लोग ट्रेवेल कर सकेंगे।

बॉक्स

टूट सकती है करोड़ों की सड़क

इस परियोजना के पास होने के बाद करोड़ों रुपए खर्च कर बनाई गई पीडब्ल्यूडी विभाग की सड़कें टूट सकती हैं। इसलिए जहां भी पीडब्ल्यूडी का निर्माण चल रहा है उसे सर्वे तक रोक दिया गया है।

इस्टीमेट बढ़कर हो गया 434 करोड़

असुरन से मेडिकल रोड का रिवाइज इस्टीमेट 182 करोड़ से अब बढ़कर 434 करोड़ हो गया है। पीडब्ल्यूडी अधीक्षण अभियंता एमपी चौरसिया ने बताया कि मेट्रो सर्वे में कोई दिक्कत नहीं आई तो मार्च 2020 तक काम कंप्लीट कर लिया जाएगा।

रीडर ने ट्विटर पर लगाई गुहार

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रीडर चेतन चौहान ने ट्विटर पर इस रोड की वजह से हो रही प्रॉब्लम से अवगत कराया है।

कोट्स

ना जाने कब ये रोड बनेगी। रोज-रोज प्रॉब्लम झेलनी पड़ती है। शुरू-शुरू में काम बहुत तेज चल रहा था। अब स्पीड धीमी हो गई है।

अरुण सिन्हा

निर्माण कार्य अधूरा छोड़ दिया गया है। इससे दिनभर धूल उड़ती रहती है जो सेहत के लिए हानिकारक है।

विवेक गुप्ता

मैं तो रास्ता बदलकर जाता हूं। आखिर कब तक इस धूल में चलकर अपने आप को बीमार करेंगे। जिम्मेदारों को जल्दी काम खत्म करवा देना चाहिए।

सुधीर सिंह

आधा-अधूरा काम कराने से अच्छा था कि काम ही नहीं कराते। अब सड़क पर हादसे का भी खतरा बना रहता है।

- राकेश श्रीवास्तव

वर्जन-

मार्च 2020 तक हर हाल में काम कंप्लीट कर लिया जाएगा। इसके लिए रिवाइज बजट भी भेजा गया है। मेट्रो सर्वे के बाद काम की रफ्तार तेज हो जाएगी।

एमपी चौरसिया, अधीक्षण अभियंता, पीडब्ल्यूडी