मेट्रो के संचालन के लिए निर्माण कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है। एलएमआरसी के एमडी कुमार केशव ने बताया कि भूमिगत रूट पर तीन स्टेशनों के कान्कोर्स का काम मार्च तक पूरा किया जाना है। चारबाग रैम्प से हुसैनगंज तक टनलिंग का काम हैदर कैनाल तक पूरा हो चुका है। सचिवालय से हजरतगंज तक ओवर हेड इलेक्ट्रिफिकेशन और ट्रैक का काम इस साल सितंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि केडी सिंह बाबू स्टेडियम से मुंशी पुलिया तक एलिवेटड रूट पर काम पूरा करने के लिए 13 महीने का लक्ष्य तय किया गया है। गोमती नदी पर स्पेशल स्पेन बनाए जाने हैं। इसके लिए चार पिलर तैयार किए जा चुके हैं। सितंबर तक विशेष पुल तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा एलिवेटड रूट पर ओएचई वर्क और टै्रक बिछाने का काम भी हो रहा है।

 

फैक्ट फाइल

- 3774 करोड़ परियोजना में अब तक खर्च

- 9286 करोड़ नॉर्थ साउथ कॉरिडोर के निर्माण का बजट

-1975 करोड़ मिले केंद्र सरकार से

- 23 किमी का ट्रांसपोर्ट नगर से मुंशी पुलिया का रूट

- 3502 करोड़ विदेशी लोन मिलना

- 1460 करोड़ की धनराशि मिली

- 250 मिलियन यूरो मिलने है

- 0.56 प्रतिशत ब्याज के साथ करना है वापस

- 2191.95 करोड़ का आय-व्यय का बजट तैयार किया

- 50-50 की इक्विटी पर केंद्र और राज्य सरकार को फंडिंग की जानी है।

- 375 करोड़ केंद्र सरकार से मिल चुके

- 1171.22 करोड़ मेट्रो स्टेशन निर्माण, एलाइनमेंट में

- 110 करोड़ स्टॉफ क्वाटर्स, पीएसी कैंपस पर

- 75.40 करोड़ कंसलटेंसी पर

- 746.84 करोड़रोलिंग स्टॉक पर

- 88 करोड़ प्रशासनिक और आपरेशन एंड मेनटेंनस पर

 

फीडर का काम करेंगे ई रिक्शा

मेट्रो स्टेशन तक यात्रियों को लाने के लिए एलएमआरसी ईको-फ्रेंडली फीडर सेवा शुरू करने की तैयारी में है। मेट्रो स्टेशनों तक पर ई रिक्शा संचालित किए जाएंगे। एमडी कुमार केशव ने बताया फीडर सर्विस के लिए परिवहन विभाग से बात चल रही है। वहां से एनओसी मिलने के बाद ही यह व्यवस्था शुरू हो पाएगी। पहले चरण में सौ ई रिक्शा के संचालन को मंजूरी मिल सकती है। पूरे नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर के शुरू होने के बाद 500 ई रिक्शा चलाए जाने की तैयारी है।


जल्द लांच होगा एप

एलएमआरसी अपने यात्रियों को सुविधा देने के लिए जल्द ही अपना एप लांच करेगा। निदेशक रोलिंग स्टाक महेंद्र कुमार ने बताया कि मार्च में मेट्रो का मोबाइल एप लांच होगा। इसमें रूट, फेयर के साथ ही आस-पास की लोकेशन की जानकारी भी होगी।

 

यूपी बनेगा मेट्रो रेल प्रोडक्शन का हब

मेट्रो के संचालन में प्रयोग होने वाले सभी उपकरण यूपी मे बनाए जा सकें। इसके लिए इंवेस्टर्स समिट में एलएमआरसी यह प्रस्ताव प्रस्तुत कर सकता है। इससे जहां लोगों को रोजगार मिल सकेगा और वहीं देश में कहीं भी मेट्रो चलानी होगी तो उपकरण बाहर से मंगाने की जरूरत नहीं होगी। समिट में एलएमआरसी ने भी अपना स्टॉल बुक किया है। यहां पर कानुपर, आगरा और गोरखपुर की डीपीआर फाइनल होनी है। ऐसे में भविष्य में मेट्रो के उपकरणों की जरूरत पड़नी ही है। एमडी कुमार केशव ने बताया कि इंवेस्टर्स समिट में मेट्रो की खूबियों के साथ ही निवेशकों के सामने कई योजनाओं के बारे में चर्चा की तैयारी कर रहे हैं।