-करोड़ो रुपए हुए खर्च फिर भी नहीं मिली सुविधा
-आधा निर्माण कर नगर निगम ने वेडिंग जोन का अधूरा छोड़ा
-अक्टूबर से लोगों को मिलनी थी सुविधा
PATNA:
पटना को स्मार्ट सिटी बनाने, जाम और अतिक्रमण से मुक्ति दिलाने के लिए वेंडिंग जोन का निर्माण नगर निगम करा रहा है। इसके लिए करोड़ों रुपए का बजट भी रखा गया है। आज हालात यह है कि वेंडिंग जोन का निर्माण आधा-अधूरा पड़ा हुआ है। बोरिंग कैनाल रोड पर सड़क के बीच की खाली जगह पर वेंडिंग जोन का निर्माण कराया जा रहा है। लेकिन यह अधूरा पड़ा हुआ है। यहां बने स्टॉल, सफेद टाइल्स वाले शॉप शो पीस बनकर रह गए है। इसके बनने से लोगों को न तो जाम से राहत मिली और न ही अतिक्रमण से मुक्ति। वेडिंग जोन बनाने के लिए नगर निगम की तरफ से आवास विभाग से मंजूरी मांगी गई थी। करोड़ों रुपए का बजट पास हुआ। करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद वेडिंग जोन अधूरा पड़ा हुआ है।
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करोड़ 74 लाख की लागत बोरिंग कैनाल रोड पर बनना था वेंडिंग जोन।
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वेंडरों के मिलनी थी दुकान।
वहीं स्मार्ट पार्किंग में
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हजार से अधिक छोटे-बड़े वाहनों की पार्किंग की योजना बनी थी।
वेंडिंग जोन से फायदा
1. वेंडिग जोन के बनने से लोग एक ही जगह खाने पीने के सामान, फल-सब्जी के साथ मीट-मछली की खरीदारी कर सकेंगे। साथ ही पार्किंग के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा।
2. खुले में मांस बिकने पर रोक
वेंडिंग जोन बन जाने के बाद से खुले में मांस काटने के बजाय शीशा के अंदर काटा जाना था। जिससे आस पास गुजरने वालों को बदबू की समस्या न हो। साथ ही नगर निगम की तरफ से वहां हमेशा सफाईकर्मी तैनात रहने की योजना थी । कचरा रखने के लिए हर जोन में चार-पांच डस्टबिन रखे जाएंगे।
3. जाम से राहत
वेडिंग जोन के पास स्मार्ट पार्किग से लोगों को सड़क किनारे गाड़ी खड़ी नहीं करनी पड़ती। बता दें कि स्मार्ट पार्किंग में छोटे-बड़े मिलाकर तीन हजार से अधिक वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था निगम को करना था। इसके साथ ही पार्किंग में यूनिरल, टॉयलेट, लाइट और पानी की सुविधा मिलती। शहरवासी अगर वेंडिंग जोन में खरीदारी करने आते हैं, तो उन्हें वाहन लगाने में परेशानी नहीं होगी।
इसलिए अधूरे हैं काम
नगर निगम की तरफ से बन रहे वेंडिंग जोन पर पथ निर्माण विभाग ने स्टे लगा दिया है। विभाग की ओर से बोरिंग कैनाल रोड को चौड़ा करना है। इस वजह से करोड़ों रुपए से बन रहा वेंडिंग जोन का काम ठप हो गया है।
आई नेक्स्ट के सवाल
- अधिकारी के बदलते ही क्यों बदल गई योजनाएं
-निगम ने पहले क्यों नहीं ली पथ निर्माण विभाग से मंजूरी
-नगर विकास विभाग की मंजूरी के बाद निर्माण पर पथ निर्माण ने क्यों नहीं लगाई रोक
- आधा काम होने के बाद क्यों लगाया गया अड़चन
- वेंडरों के सर्वे और पहचान पत्र पर क्यों किए गए लाखों खर्च
- करोड़ो की राशि खर्च होने के बाद क्यों ठप किया गया काम
निगम की तरफ से पथ निर्माण विभाग को पत्र भेजा जाएगा जिसमें ये कहा जाएगा कि रोड की चौड़ीकरण के साथ वेडिंग जोन के निर्माण की भी फिर से स्वीकृति दी जाए।
-सीता साहू, मेयर पटना नगर निगम