- चुरेब रेल हादसे की जांच में दो डिपार्टमेंट पर गाज गिरना तय

- गोरखधाम ड्राइवर के बयान ने कटघरे में खड़ा किया इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट को

GORAKHPUR: चुरेब रेल हादसे की जांच जारी है। इंजीनियरिंग और सिग्नल डिपार्टमेंट के कर्मचारियों से पूछताछ के लिए लिस्ट भी तैयार की गई है। वहीं गोरखधाम सुपरफास्ट एक्सप्रेस के घायल ड्राइवर के बयान ने इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के ऑफिसर्स और कर्मचारियों को कटघरे में खड़ा कर दिया है। इससे इतना तो स्पष्ट है कि इन दोनों डिपार्टमेंट के ऑफिसर्स और कर्मचारियों पर गाज गिरना तय है।

कहीं न कहीं हुई लापरवाही

चूंकि घटना वाले दिन सिग्नल को लेकर यह अंदेशा था कि सिग्नल के चलते यह हादसा हुआ, लेकिन स्टेशन मास्टर रूम में जब चेक किया गया तो सिग्नल सही था। वहीं ड्राइवर लक्ष्मी नारायण ने भी अधिकारियों को यही बयान दर्ज कराया है कि उसे सिग्नल प्रॉपर मिल रहा था। अब सवाल उठता है कि आखिरकार गाड़ी बायीं तरफ मुड़ी कैसे? ड्राइवर के बयान से यह स्पष्ट है कि कहीं न कहीं इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट की लापरवाही से घटना हुई है।

एक दूसरे पर मढ़ रहे हैं दोष

वहीं इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट अपना पल्ला झाड़ने के लिए सिग्नल डिपार्टमेंट पर दोष मढ़ रहा है, लेकिन ड्राइवर के बयान ने उन्हें परेशानी में डाल दिया है। सीआरएस जांच में इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के ऑफिसर्स और कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है। जिसमें चुरेब स्टेशन की मेन लाइन को कब बिछाया गया था? उसकी अवधि कब तक की थी? लास्ट टाइम ट्रैक को चेक कब किया गया था? आखिरकार सेक्शन इंजीनियर की देखरेख में ट्रैक मैन क्या कर रहे थे? इन सभी पहलुओं पर इनसे पूछताछ की जा रही है।

आज दर्ज होंगे बयान

फ्0 मई को वी.वी.आईपी रेस्ट हाउस में कमिश्नर रेल सेफ्टी प्रभात कुमार वाजपेयी सबका बयान दर्ज करेंगे। अधिकारी और कर्मचारियों ने भी अपने बयान दर्ज कराने के लिए घटना से जुड़ी सभी जानकारियां कलेक्ट कर ली है।

इस घटना की जांच सीआरएस स्तर पर चल रही है। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

आलोक कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनई रेलवे