-एलडीए की टाप मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में दी हरी झंडी

- शासन को भेजा जाएगा प्रस्ताव, छह माह में पूरा होगा प्रथम चरण का निर्माण

1 मार्च को शिलान्यस और 30 मार्च को लोकार्पण का लक्ष्य

LUCKNOW: एलडीए प्रबंध नगर योजना में 800 एकड़ भूमि पर विश्व का सबसे बड़ा पार्क बनाएगा। जिसके प्रथम चरण का निर्माण कार्य अगले छह माह में पूरा किया जाएगा। इसके लिए अधिकारियों को एक हफ्ते में कार्ययोजना प्रस्तुत करने को कहा गया है। एलडीए जल्द ही प्रस्ताव तैयार वित्त पोषण के लिए शासन को भेजेगा। वीसी ने मुख्य अभियंता को तीन दिन में परियोजना के प्रस्ताव को शासन को भेजने का निर्देश दिया है।

प्रस्ताव भेजने के निर्देश

शुक्रवार को टाप मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में एलडीए उपाध्यक्ष सत्येंन्द्र सिंह ने विश्व के सबसे बड़े पार्क का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। बैठक में प्रबंधन नगर योजना के नियोजन कार्यो के संबंध में एक प्रस्तुतीकरण दिया गया है। महायोजना 2021 में सीतापुर रोड की प्रबंध नगर योजना में लगभग 1000 एकड़ क्षेत्रफल में ग्रीन एरिया है। ग्रीन एरिया को ही विश्व स्तर के बड़े पार्क के रूप में विकसित किये जाने की योजना तैयार की गयी है। पार्क में विभिन्न प्रकार की सुविधाएं दी जायेंगी। पार्क का क्षेत्रफल 800 एकड़ का होगा, इसमें विश्व स्तर की सारी सुविधाएं विकसित की जायेंगी। साथ ही शेष भूमि पर एक फार्म हाउस विकसित किया जाना है। बैठक में परियोजना तैयार कर शासन से वित्तपोषण करने का निर्णय लिया गया है। वीसी ने चीफ इंजीनियर ओपी मिश्रा को तीन दिनों के अंदर परियोजना को शासन में भेजने का आदेश दिया है। बैठक में एलडीए सचिव श्रीश चंद्र वर्मा, अपर सचिव सीमा सिंह, वित्त नियंत्रक, विधि परामर्शी, संयुक्त सचिव जेपी सिंह और एग्जीक्यूटिव सिस्टम उपस्थित रहे।

30 जून को लोकार्पण

एलडीए वीसी ने एक मार्च को हर हालत में पार्क का शिलान्यास करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही 30 जून को इसका लोकार्पण कराने की तैयारी है। पार्क के प्रथम चरण को 6 माह में विकसित करने की योजना तैयार की गयी है। अधिकारियों को इसकी रिपोर्ट एक हफ्ते के अंदर देना होगा। पार्क में वाटर बाडी, फाउंटेन, विभिन्न प्रकार के स्लोप, बाग बगीचों को विकसित किया जायेगा। सभी अधिकारियों को 15 दिनों में कार्य करने का दायित्व सौंपने के निर्देश दिये हैं। कार्यो को निपटाने के लिए सचिव, अपर सचिव और मुख्य अभियंता को समस्याएं सुननी होगीं।