कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। World Heart Day 2021 : वर्ल्ड हार्ट डे यानी कि विश्व हृदय दिवस पूरी दुनिया में हर साल '29 सितंबर' को विशेष तरीके से मनाया जाता है। हृदय रोग और स्ट्रोक सहित हृदय संबंधी विकार (सीवीडी), दुनिया भर में मृत्यु के प्रमुख कारण हैं। हर साल लगभग 17 मिलियन से ज्यादा लोग दिल से संबंधित बीमारियों के कारण मर जाते हैं। इसकी चपेट में अब कम उम्र के लोग भी तेजी से आ रहे हैं। इनमें अधिकांश लोगों की उम्र 30-50 साल के बीच है। भारत की बात करें तो कुछ हेल्थ रिपोटर्स के मुताबिक यहां पर हर दसवां दिल का मरीज 40 साल से कम उम्र का है।

इतिहास

वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन द्वारा 29 सितंबर, 2000 को वर्ल्ड हार्ट डे की शुरुआत की गई थी। इसकी पहल द वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन के निदेशक आंटोनी बेस दे लुना ने डब्ल्यूएचओ के साथ मिलकर की थी। द वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन का मुख्यालय स्वीट्जरलैंड के जेनेवा में स्थित है। वर्ल्ड हार्ट डे सेलेब्रेशन की इस दिन, लोगों को स्वस्थ हृदय के महत्व के बारे में बताया जाता है और हृदय रोगों को रोकने और नियंत्रित करने के लिए सभी जरूरी चीजों पर फोकस किया जाता है। वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन इस एनुअल इवेंट को प्रायोजित करता है और इंफाॅरमेशन को इकट्ठा करता है और हर साल इस दिन के लिए नई थीम तैयार करता है।

महत्व

वर्ल्ड हार्ट डे एक ऐसा कैंपेन है जहां समुदाय, परिवार, व्यक्ति और सरकार हृदय स्वास्थ्य का प्रभार लेने और इसके बारे में जागरूकता फैलाने के लिए गतिविधियों में भाग लेते हैं। इसका उद्देश्य लोगों को शिक्षित करना करना है। आज के दाैर में कार्डियोवैस्कुलर के कारण हाई डेथ रेशियो को देखते हुए विभिन्न हृदय रोग और कारकों को समझना महत्वपूर्ण है। निष्क्रिय जीवन शैली, अत्यधिक तनाव, तंबाकू का सेवन, मधुमेह, ज्यादा धूम्रपान, मोटापा, वसायुक्त खाना हृदय रोगों के पीछे का बड़ा व मुख्य कारण है। ऐसे में एक सप्ताह में कम से कम पांच दिन व्यायाम जरूर करना चाहिए। वसायुक्त भोजन के सेवन से बचना चाहिए।

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