कजाकिस्तान (पीटीआई)। 14 सितंबर से कजाकिस्तान में शुरु हो रही वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट पर सबकी नजरें टिकी हैं। बजरंग ने इस सीज़न की सभी चार स्पर्धाओं डैन कोलोव, एशियाई चैम्पियनशिप अली अलाइव और यासर डोगू में जीत दर्ज की है। इसी के साथ 65 किग्रा में विश्व की नंबर एक और शीर्ष वरीयता प्राप्त कर बजरंग अब वर्ल्ड चैंपियनशिप में उतरेंगे। वहीं विनेश की बात करें तो उन्होंने इस बार कैटेगरी में बदलाव किया है। अभी तक 50 किग्रा भार वर्ग में विरोधियों को पटखनी दे रही विनेश अब 53 किग्रा वर्ग में चुनौती देती नजर आएंगी।

विनेश फोगाट के लिए नई चुनौती

नई कैटेगरी में विनेश को शुरुआत में थोड़ी परेशानी हुई मगर पिछले पांच मुकाबलों में वह फाइनल में पहुंची जिसमें कि तीन में गोल्ड मेडल जीता। विनेश ने ये तीन गोल्ड मेडल यासर डोगू, स्पेन के ग्रैंड प्रिक्स और पोलैंड ओपन में जीते। बताते चलें पिछले साल कोहनी में चोट के चलते विनेश बुडापेस्ट चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं ले पाईं थी मगर अब जब वह वर्ल्ड चैंपियनशिप में उतर रहीं तो भारतीय महिला पहलवान के गोल्ड मेडल जीतने के सपने को पूरा कर सकती हैं।

बजरंज पूनिया का होगा टेस्ट
बजरंग पूनिया इस समय जबरदस्त फाॅर्म में हैं हालांकि उनकी लेग डिफेंस की कमजोरी का यहां टेस्ट जरूर होगा। भारतीय रेसलिंग इतिहास में सिर्फ सुशील कुमार ऐसे रेसलर हैं जिन्होंने पुरुष फ्री स्टाईल कैटेगरी में भारत को गोल्ड मेडल दिलाया है। उम्मीद है बजरंग इस लिस्ट में अपना नाम शामिल करेंगे। 25 वर्षीय बजरंग पूनिया के पास दो वर्ल्ड चैंपियनशिप मेडल हैं मगर इसमें से कोई गोल्ड नहीं है। इस बार स्वर्ण पदक के लिए बजरंग को रूसी पहलवान गाडजिमुराद रशीदोव और बहरीन के हाजी मोहम्मद अली से कड़ी टक्कर मिलने वाली है।


क्या सुशील और साक्षी की लौटेगी चमक
दो बार ओलंपिक मेडलिस्ट सुशील कुमार करीब आठ साल बाद वर्ल्ड चैंपियनशिप में वापसी कर रहे हैं। सुशील 74 किग्रा भार वर्ग में दूसरे पहलवानों से टक्कर लेते नजर आएंगे। सुशील की तरह रियो ओलंपिक में ब्रान्ज मेडलिस्ट रही साक्षी मलिक भी इस बार वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा ले रही हैं मगर इंटरनेशनल सर्किट पर साक्षी की गिरती परफाॅर्मेंस चिंता का विषय है। 2017 काॅमनवेल्थ चैंपियनशिप जीतने के बाद साक्षी ने एक भी टाइटल नहीं जीता है।

ये है भारतीय दल :

(मेन्स फ्रीस्टाइल): रवि कुमार (57 किग्रा), राहुल अवारे (61 किग्रा), बजरंग पुनिया (65 किग्रा), करण (70 किग्रा), सुशील कुमार (74 किग्रा), जितेंदर (79 किग्रा), दीप पुनिया (86 किग्रा), परवीन (92 किग्रा), मौसम खत्री (97 किग्रा) और सुमित मलिक (125 किग्रा)।
(मेंस ग्रीको रोमन): मंजीत (55 किग्रा), मनीष (60 किग्रा), सागर (63 किग्रा), मनीष (67 किग्रा), योगेश (72 किग्रा), गुरप्रीत सिंह (77 किग्रा), हरप्रीत सिंह (82 किग्रा), सुनील कुमार (87 किग्रा), रवि (97 किग्रा) और नवीन (130 किग्रा)।

(महिला फ्रीस्टाइल):
सीमा (50 किग्रा), विनेश फोगट (53 किग्रा), ललिता (55 किग्रा), सरिता (57 किग्रा), पूजा ढांडा (59 किग्रा), साक्षी मलिक (62 किग्रा), नवजोत कौर (65 किग्रा), दिव्या काकरान (68 किग्रा), कोमल भगवान गोले (72 किग्रा) और किरण (76 किग्रा)