58500 पदों के लिए होनी थी परीक्षा

12 मार्च को सूबे में होना था आयोजन

टीईटी 2017 का विवाद है अड़ंगे की वजह

14 प्रश्नों को लेकर दर्ज कराई थी आपत्तियां

-परिषदीय स्कूलों में सहायक अध्यापकों के पदों पर भर्ती के लिए होनी थी लिखित परीक्षा

-हाईकोर्ट से राहत नहीं मिलने पर सचिव परीक्षा नियामक टाली परीक्षा

ALLAHABAD: सूबे में पहली बाहर परिषदीय विद्यालयों में सहायक अध्यापकों के 58500 पदों पर होने वाली शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा आखिरकार स्थगित हो गई। हाईकोर्ट से राहत नहीं मिलने के बाद सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी डॉ। सुत्ता सिंह ने परीक्षा स्थगित करने के लिए शुक्रवार की शाम निर्देश जारी कर दिए। इसमें उन्होंने अग्रिम आदेश तक परीक्षा टाल की बात कही है। सचिव परीक्षा नियामक ने इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ के आदेश के खिलाफ दायर याचिका पर राहत नहीं मिलने के बाद ये फैसला लिया है।

सवालों पर शुरू हुआ था विवाद

सहायक अध्यापकों के पदों पर होने वाली लिखित परीक्षा में अड़ंगा डालने के पीछे टीईटी 2017 का विवाद है। इसमें बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने टीईटी के 14 प्रश्नों को लेकर आपत्तियां दर्ज करायी थी। इन आपत्तियों पर सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय से कोई संशोधन नहीं किया गया और परीक्षा के परिणाम जारी कर दिए गए। इसके बाद अभ्यर्थी कोर्ट की शरण में गए। जिस पर सुनवाई करते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने टीईटी रिजल्ट में संशोधन करने का आदेश देते हुए परीक्षा टालने का निर्देश दिया। लखनऊ खण्डपीठ के आदेश के खिलाफ सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में विशेष अपील की थी। इस पर शुक्रवार को सुनवाई के दौरान कोई राहत नहीं दी। जिसके बाद सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने 12 मार्च को सूबे में होने वाली लिखित परीक्षा को अग्रिम आदेश तक टालने का निर्देश जारी किया।