- प्रदेश के 36 जिलों को मिलेंगी डिजीटल एक्सरे की मशीनें

- जिले में सेलेक्ट हुआ बेली हॉस्पिटल, शुरू हो गई खरीद-फरोख्त

ALLAHABAD: अभी तक यह सुविधा प्राइवेट हॉस्पिटल्स में ही उपलब्ध थी लेकिन अब इसका फायदा सरकारी सेक्टर में लिया जा सकेगा। दरअसल, स्टेट गवर्नमेंट प्रदेश के फ्म् सरकारी हॉस्पिटल्स में डिजीटल एक्सरे मशीन लगाने जा रही है। जिसकी खरीद-फरोख्त भी शुरू हो गई है। इनमें से एक इलाहाबाद जिले को एलॉट होना एक अहम उपलब्धि मानी जा रही है।

प्राइवेट में लगते हैं सैकड़ों रुपए

जिले में लंबे समय से स्वास्थ्य विभाग डिजीटल एक्सरे मशीन अवेलेबल कराए जाने की मांग शासन से कर रहा था। फिलहाल इस पर मुहर लग चुकी है। हेल्थ डिपार्टमेंट के ऑफिसर्स ने बताया कि जिन फ्म् जिलों को यह मशीन मिलनी है, उनमें एक इलाहाबाद का नाम भी शामिल है। जिले के बेली हॉस्पिटल में इस मशीन को इंस्टाल किया जाएगा। फिलहाल प्राइवेट हॉस्पिटल्स में डिजीटल एक्सरे करवाने के ढाई से तीन सौ रुपए खर्च करने पड़ते हैं। जबकि, सरकारी सेक्टर में यही सुविधा चौथाई से भी कम दाम में मिलेगी, जिससे गरीब और जरूरतमंद मरीजों को बहुत ज्यादा फायदा होगा।

नॉर्मल मशीन की रिपोर्ट पर उठते हैं सवाल

यह एक बड़ा सच है लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इसे मानने से इंकार कर देते हैं। हॉस्पिटल्स में लगी एक्सरे मशीनों की जांच रिपोर्ट की क्वालिटी बेहतर नहीं होने से डॉक्टर्स को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। शहर के कई सरकारी हॉस्पिटल्स में ऐसी समस्याएं अक्सर सामने आती हैं। वहीं डिजीटल एक्सरे मशीन की जांच रिपोर्ट काफी बेहतर क्वालिटी की होती है। जिससे मर्ज का पता लगाना आसान होता है। यही रीजन है कि शहर के प्राइवेट हॉस्पिटल्स में यह मशीन काफी पहले आ गई थी। देर से ही सही, यूपी गवर्नमेंट अब इस बेहतरीन सुविधा को शुरू करने जा रही है। जिसका फायदा निश्चित तौर पर मरीजों को होगा।