- निरीक्षण के दौरान इशारों में ही बहुत कुछ कह गए एनजीटी के लोकल कमिश्नर

- सुप्रीम कोर्ट की मॉनीटरिंग कमेटी के सदस्य डीके जोशी के दावों में दिखी है दम

आगरा। ऊंची पहुंच और एडीए अधिकारियों को अपनी जेब में रखने वाले बिल्डरों की कारगुजारी को एनजीटी के कमिश्नर मुकेश कुमार गुप्ता ने शुक्रवार को अपनी आंखों से देखा। यमुना किनारे खडे़ किए कंकरीट के जंगल में यमुना के सीने को पाटा गया है। इस बात को उन्होंने खुद स्वीकार किया।

बैठक के बाद लाव-लश्कर पहुंचा यमुना डूब क्षेत्र

करीब सवा 11 बजे रजिस्ट्रार जनरल मुकेश गुप्ता ने अपनी टीम के साथ सर्किट हाउस पहुंचे। यहां पहले उन्होंने एडीए, सिंचाई विभाग, नगर निगम, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, जल निगम के अधिकारियों के साथ बैठक की और संबंधित पांचों प्रोजेक्ट से जुड़ी जानकारियां हासिल की। फिर दोपहर करीब 12:30 बजे उनका लाव-लश्कर अफसरों के साथ यमुना डूब क्षेत्र की ओर निकला। वे सबसे पहले पुष्पांजलि सीजंस पहुंचे। यहां से तनिष्क राजश्री एस्टेट, मंगलम एस्टेट, पुष्पांजलि हाइट्स होते हुए जगदंबा डिग्री कॉलेज पहुंचे।

दीवार को लेकर दिखे खफा

एनजीटी कमिश्नर विशेषकर मंगलम बिल्डर के मंगलम एस्टेट एक्सटेंशन व उसकी दीवार को लेकर बेहद सख्त नजर आए। यहां पर उन्होंने करीब दो घंटे का वक्त दिया। साफगोई के साथ ये भी कहा कि यहां भराव हुआ है। याचिकाकर्ता डीके जोशी ने जब उनसे ये कहा कि वह नदी के ऊपर खड़े हैं तो उन्होंने उसमें भी सहमति प्रदान की। उन्होंने पुष्पांजलि हाइट्स में भी भराव करने का याचिकाकर्ता का दावा सही माना। वह तनिष्क राजश्री एस्टेट भी गए। वहां उन्होंने पाया कि कॉलोनी और मंदिर यमुना से कुछ ही फीट की दूरी पर हैं। इस दौरान उन्हें एसटीपी भी बंद मिला।

19 को रखी जाएगी रिपोर्ट

एनजीटी के कमिश्नर मुकेश कुमार गुप्ता ने प्रथम दृष्टया में माना है कि यमुना किनारे हुए निर्माणों में यमुना की जमीन का प्रयोग किया है। यमुना में भराव कर काफी हद तक निर्माण कराया गया। हालांकि वे अपनी रिपोर्ट में किसे दोषी पाएंगे और इसके लिए कौन कौन से विभाग को जिम्मेदार ठहराएंगे, इसका पता तो 19 अगस्त को एनजीटी के समक्ष रिपोर्ट रखेंगे तभी पता चल सकेगा।

तो इसलिए आए लोकल कमिश्नर

सुप्रीम कोर्ट मॉनीटरिंग कमेटी के सदस्य डीके जोशी ने यमुना को उसके मूल स्वरूप में लाने के लिए मुहिम छेड़ी है। इस संदर्भ में नौ अगस्त को सुनवाई भी हुई। इसके बाद जस्टिस स्वतंत्र कुमार की अध्यक्षता वाली चार सदस्यी खंडपीठ ने रजिस्ट्रार जनरल मुकेश गुप्ता को कमिश्नर नियुक्त कर आगरा भेजा है। एनजीटी ने रजिस्ट्रार जनरल से पुष्पांजलि हाइट्स, पुष्पांजलि सीजंस, तनिष्क राजश्री एस्टेट, मंगलम एस्टेट और जगदंबा डिग्री कॉलेज का स्थलीय निरीक्षण करके फ्लड प्लेन और भराव करके फ्लड प्लने को प्रभावित करने के मुद्दों पर जांच रिपोर्ट मांगी है।