नई दिल्ली (पीटीआई)। दिल्ली-एनसीआर में हालात बेहद गंभीर है। यहां बारिश के पानी के अलावा हरियाणा की ओर से लगातार पानी छोड़े जाने से दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। यमुना नदी के रास्ते चार किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दिल्ली की तरफ बढ़ रहा है। यहां के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है।  दिल्ली की निचली बस्तियों को खाली कराया गया है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रविवार को कुछ इलाकों में पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। वहीं शनिवार शाम सात बजे यमुना का जलस्तर 205.30 मीटर पर पहुंच था। यह खतरे के निशान से ऊपर है।

किसी भी समय मदद के लिए काॅल कर सकते

ऐसे में दिल्ली पुलिस, यातायात पुलिस, बाढ़ नियंत्रण विभाग, नगर निगम, डीडीए समेत दूसरे कई विभाग के लोग बाढ़ की चपेट में आने वाले इलाकों को लेकर अलर्ट हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सरकार ने जिला मजिस्ट्रेट, जिला (पूर्व) के एल एम बंड, गीता कॉलोनी में बाढ़ नियंत्रण कक्ष और बाढ़ की स्थिति की निगरानी के लिए 24x7 आपातकालीन ऑपरेशन सेंटर भी बनाया गया है। वहीं  011-22428773, 011-22051234 और 011-22501668 पर बाढ़ पीड़ित लोग मदद के लिए काॅल कर सकते हैं। इसके अलावा  लोग आपदा हेल्पलाइन 1077 पर भी किसी भी समय मदद के लिए काॅल कर सकते हैं।  

यमुना नदी के जलस्तर बढ़ने से हालात गंभीर
वहीं दिल्ली के पड़ोसी राज्य हरियाणा में भी इन दिनों यमुना नदी के जलस्तर बढ़ने से हालात काफी गंभीर है। यहां कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। शासन प्रशासन लगातार इन स्थितियों पर काबू पाने का प्रयास कर रहा है। कल हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने यमुना नदी के जलस्तर की स्थिति तथा बाढ़ से संबंधित स्थितियों पर चर्चा करने के लिए आपात बैठक बुलाई थी। इसके अलावा उन्होंने हथनीकुंड का भी जायजा लिया। हरियाणा सीएम ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें। इसके अलावा अधिकारियों द्वारा किए गए इंतजामों की समीक्षा भी की।

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