कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। 2020 में कोरोना ने पूरी दुनिया को मानो थाम दिया था। हर देश में लाॅकडाउन लगा। भारत भी इससे अछूता नहीं रहा। जिस समय यह हुआ तब साउथ अफ्रीकी क्रिकेट टीम भारत दौरे पर थी। सीरीज बीच में छोड़ टीम वापस लौटी। भारतीय खिलाड़ी भी अपने-अपने घरों में कैद हो गए। करीब 6 महीने बाद जब यह दोबारा मैदान में लौटे तो चीजें बदल गई। आईसीसी ने कोरोना को देखते हुए नए नियम बनाए। आइए जानें इसमें क्या-क्या है शामिल।

गेंद पर लार लगाना हुआ बैन
साल 2020 में क्रिकेट जगत में अगर सबसे बड़ा बदलाव हुआ है तो वह लार पर बैन है। गेंदबाज अब बाॅल पर लार या थूक नहीं गला सकते। कोरोना महामारी के सामने आने के बाद आईसीसी ने गेंद पर सलाइवा लगाना पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया। हालांकि गेंदबाज पसीना का उपयोग करके गेंद को चमका सकते हैं।

5 रन पेनाल्टी के
नए आईसीसी नियमों के अनुसार, खिलाड़ियों को लार का उपयोग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। यदि कोई गेंदबाज ऐसा करता है तो अंपायर उसे चेतावनी देगा। प्रति पारी दो बार चेतावनी मिलने के बादवजूद बार-बार गेंद पर लार का उपयोग जारी रहा तो फील्डिंग टीम पर पेनाल्टी के रूप में बल्लेबाजी पक्ष को 5 रन अतिरिक्त दे दिया जाएगा।

हैंड शेक की मनाही
मैच खेलने के बाद अभिवादन के रूप में हाथ मिलाने पर भी प्रतिबंध है। कोई खिलाड़ी किसी दूसरे प्लेयर से हाथ नहीं मिला सकता। इसके बजाए दो प्लेयर आपस में मुठ्ठी मिलाते हैं। ऐसा इसलिए किया गया ताकि कोरोना से बचा जा सके। हाथ मिलाने से कोरोना तेजी से फैलता है। ऐसे में खेल से भी हाथ मिलाने की परंपरा को हटा दिया गया।

कोविड-19 सब्सटीट्यूट
कन्कशन सब्सटीट्यूट की तरह अब क्रिकेट में कोविड सब्सटीट्यूट का नियम भी जोड़ा गया है। यदि मैच के दौरान किसी प्लेयर को कोविड-19 लक्षण दिखते हैं तो उसे तुरंत मैदान से बाहर करके उसकी जगह दूसरे खिलाड़ी को टीम में रखा जा सकता है। यह बिल्कुल कन्कशन सब्सटीट्यूट की तरह काम करेगा यानी कि अगर बल्लेबाज बाहर जाता है तो उसकी जगह बल्लेबाज ही अंदर आएगा। वहीं गेंदबाज का सब्सटीट्यूट एक गेंदबाज ही होगा।

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