लखनऊ, (आईएएनएस)। योगी आदित्यनाथ सरकार ने कहा है कि अगर उन्नाव दुष्कर्म पीडि़ता का परिवार चाहता है, तो उनकी सरकार रायबरेली दुर्घटना की सीबीआई जांच की सिफारिश करने के लिए तैयार है। इस दुर्घटना में दो की मौत हो गई, जबकि पीडि़ता और उसका वकील गंभीर रूप से घायल हैं। पीडि़ता व उसके वकील महेंद्र सिंह रविवार की दुर्घटना के बाद से लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर हैं। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने कहा कि दुष्कर्म पीडि़ता को तीन व्यक्तिगत सुरक्षा गार्ड दिए गए थे, लेकिन पीडि़ता ने गाड़ी में जगह न होने के कारण सुरक्षाकर्मियों से साथ न चलने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि प्राइमा फेशियल ये लगता है कि यह दुर्घटना का मामला है क्योंकि ट्रक तेज गति से आ रहा था। उन्होंने कहा कि चश्मदीद गवाहों के बयान को भी दर्ज किया गया है।

एक बड़ी साजिश का संकेत
इस बीच, यह पाया गया है कि ट्रक की रजिस्ट्रेशन प्लेट काले रंग से रंगी गई थी जो इस मामले में एक बड़ी साजिश का संकेत देती है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस ने घटना की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। अखिलेश यादव ने कहा कि दुष्कर्म पीडि़ता को सुरक्षा प्रदान की गई थी लेकिन दुर्घटना के समय उसके साथ एक भी सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं था। उन्होंने कहा कि यह जानने के लिए सीबीआई जांच की जरूरत है कि क्या यह परिवार को खत्म करने की साजिश थी या सिर्फ एक दुर्घटना थी।

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