- हाईस्कूल और इंटर की राज्य स्तरीय मेरिट में शामिल 120 मेधावियों को एक-एक लाख रुपए, टैबलेट और प्रशस्ति पत्र मिला

- जिला स्तर पर टॉप टेन की सूची में शामिल 1575 मेधावियों को 21 हजार रुपये व टैबलेट देकर सम्मानित किया गया

- एक नंबर आपको टॉपर बना सकता है और बनने से रोक भी सकता है

- सीएम ने यूपी बोर्ड, सीबीएसई और सीआईएससीई बोर्ड के 1695 मेधावियों को सम्मानित किया

लखनऊ (ब्यूरो)। सबसे पहले हमने नकल पर प्रतिबंध लगाने का प्रयास किया और सफल हुए। नकल पर नकेल कसने के बाद 5 लाख स्टूडेंट्स ने एग्जाम छोड़ा। जांच में पता चला कि ये वे थे, जिनका प्रदेश से कोई नाता नहीं था। यह बातें सीएम योगी ने कहीं। वे संडे को डॉक्टर राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में प्रदेश सरकार की ओर से मेधावी सम्मान समारोह में बोल रहे थे।

1695 मेधावियों का सम्मान

इस अवसर पर सीएम योगी ने यूपी बोर्ड, सीबीएसई और सीआईएससीई बोर्ड के 1695 मेधावियों को सम्मानित किया। हाईस्कूल और इंटर की राज्य स्तरीय मेरिट सूची में शामिल 120 मेधावियों को एक-एक लाख रुपये, टैबलेट और प्रशस्ति पत्र दिया गया। जिला स्तर पर टॉप टेन की सूची में शामिल 1575 मेधावियों को 21 हजार रुपये व टैबलेट देकर सम्मानित किया गया। यहां सीएम ने मेधावियों से कहा कि एक नंबर आपको टॉपर बना सकता है और बनने से रोक भी सकता है।

एक भारत श्रेष्ठ भारत

सीएम ने कहा कि शिक्षा सिर्फ डिग्री का माध्यम नहीं है। यह इंसान के समग्र विकास के साथ-साथ एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार करने का आधार स्तंभ है। किसी भी बच्चे का पहला शिक्षक उसकी मां होती है। आप जैसे संस्कार देंगे, वैसा ही बच्चे के जीवन पर प्रभाव पढ़ता दिखाई देता है। सीएम ने कहा कि सरकारी चीज लावारिस नहीं है। उसका संरक्षण सबकी जिम्मेदारी है। सीएम ने कहा कि विद्यालय को साफ-सुथरा व सुंदर रखने की जिम्मेदारी प्रधानाचार्य की है।

तो गलत क्या है

सम्मान समारोह में स्कूलों में बच्चों द्वारा झाड़ू लगाने की आ रही खबरों पर सीएम ने कहा कि अगर बच्चा स्कूल में झाड़ू लगा रहा है तो गलत क्या है। कार्य करने में कैसा संकोच, चुनौतियों से लडऩे के लिए प्रेरित करें। हमने भी झाड़ू लगाई है। इससे बच्चा स्वावलंबी बनता है, विषम परिस्थितियों में उसमें जुझने की क्षमता प्राप्त होती है।

शार्टकट न चुनें

सीएम योगी ने मेधावियों को टिप्स देते हुए कहा कि शार्टकट का रास्ता न अपनायें, जिसने भी अपनाया वह नहीं चला। जिन छोटी बातों को नजरअंदाज करके छोड़ देते हैं, वहीं आगे चलकर अहसास कराती हैं। परीक्षा की तैयारी के समय आप छोटे प्रश्न समझ कर छोड़ देते हैं मगर परीक्षा में उसी सवाल के आने पर आपको गलती का अहसास होता है।

 सीएम योगी आज करेंगे पुलिस मुख्यालय का उद्घाटन, जानें हाईटेक सिग्नेचर बिल्डिंग की खासियतबच्चों पर अपनी इच्छा न थोपें

प्रोग्राम में डिप्टी सीएम डॉक्टर दिनेश शर्मा ने कहा कि सरकार तनाव मुक्त विद्यार्थी, नकलविहीन परीक्षा, गुणवत्तापरक शिक्षा पर बल दे रही है। उन्होंने पैरेंट्स से अपील की कि वे अपनी संतान को अच्छी संतान बनाने के लिए स्वयं भी अच्छी संतान बनें। बच्चों पर अपनी इच्छाएं न थोपें और उन्हें अपनी रुचि के अनुसार कैरियर चुनने दें।

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