लखनऊ (ब्यूरो)। योगी सरकार के बहुप्रतीक्षित मंत्रिमंडल विस्तार से चंद घंटों पूर्व पांच मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया। वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल और बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री अनुपमा जायसवाल ने राज्य सरकार को मंगलवार को अपना इस्तीफा सौंप दिया। सूत्रों की मानें तो तीन अन्य मंत्रियों से भी इस्तीफा लिया गया है पर इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी। वहीं बुधवार को सुबह 11 बजे राजभवन में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले चेहरों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगी। इस दौरान कई नये चेहरों को मंत्री बनने का मौका मिलेगा तो कई मंत्रियों के विभाग बदले जाने की संभावना है। फिलहाल सूबे में होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार ने सियासी पारा गरमा दिया है।



बढ़ती उम्र को बताया वजह
योगी कैबिनेट में शामिल वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने अपनी बढ़ती उम्र को इस्तीफा देने की वजह बताया है। उन्होंने अपने त्याग पत्र में लिखा कि मेरी आयु लगभग 75 वर्ष पूरी होने जा रही है। मैंने पार्टी नेतृत्व को दो दिन पूर्व अपना इस्तीफा सौंप दिया है। मैं चाहता हूं कि कुछ नये और योग्य चेहरों को काम करने का अवसर दिया जाए। मैं अपनी आखिरी सांस तक विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के नेतृत्व में पार्टी संगठन को मजबूत करने के लिए काम करता रहूंगा। चर्चा यह भी है कि लोकसभा चुनाव में उनके बूथ पर केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार को सिर्फ पांच वोट मिले थे। गंगवार ने पार्टी नेतृत्व से इसकी शिकायत भी की थी। वहीं बेसिक शिक्षा, बाल विकास एवं पुष्टाहार, राजस्व तथा वित्त राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अनुपमा जायसवाल के बारे में चर्चा है कि तमाम शिकायतों के बाद उनसे इस्तीफा देने को कहा गया था। ध्यान रहे कि इससे पूर्व परिवहन मंत्री एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने भी मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।

कई नये चेहरों को मिलेगा मौका
मंत्रिमंडल विस्तार में कई नये चेहरों को मौका मिलने की संभावना है। इनमें अशोक कटारिया, पंकज सिंह और विद्यासागर सोनकर का नाम सबसे आगे है। इसके अलावा आशीष सिंह पटेल, चौधरी उदयभान, जीएस धर्मेश, सतीश द्विवेदी, नीलिमा कटियार, पुरुषोत्तम खंडेलवाल, दल बहादुर कोरी, चंद्रिका उपाध्याय, बृजेश प्रजापति, सुशील शाक्य, मेजर सुनील दत्त, श्रीराम चौहान, सहेंद्र सिंह रमाला, संगीता बलवंत, कृष्णा पासवान, रामरतन कुशवाहा, लाखन राजपूत व महेंद्र पाल सैथवार भी मंत्री बनने की रेस में शामिल बताए जा रहे है। मंत्रिमंडल विस्तार के दौरान कई मंत्रियों के विभाग भी बदले जाने हैं। इनमें से कुछ का कैबिनेट में प्रमोशन होना है। इस फेहरिस्त में ग्राम्य विकास मंत्री डाॅ. महेंद्र सिंह, अनिल राजभर, उपेंद्र तिवारी, बलदेव ओलख, सुरेश राणा, धर्म सिंह सैनी, चौधरी भूपेंद्र सिंह, संदीप सिंह और गिरीश यादव का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। वहीं जय प्रताप सिंह, अर्चना पांडेय, धर्मपाल सिंह, स्वाति सिंह, नंद गोपाल गुप्ता, बृजेश पाठक समेत कई मंत्रियों का विभाग बदले जाने की चर्चा है।

दिल्ली पहुंचे कई मंत्री
मंत्रिमंडल विस्तार में जिन मंत्रियों पर गाज गिरनी है उनमें से कई मंगलवार को नई दिल्ली में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के पास परिक्रमा करते नजर आए। इसके बावजूद उनको कोई राहत नहीं मिल सकी। सूत्रों की मानें तो एक हफ्ते पूर्व ही उनको इस्तीफा देने को कहा गया था हालांकि इस बीच मंत्रिमंडल विस्तार टलने से उनको थोड़ी राहत मिल गयी थी।

चार मंत्री पहले दे चुके हैं इस्तीफा
उल्लेखनीय है कि योगी मंत्रिमंडल के चार सदस्य पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं। लोकसभा चुनाव से पहले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष एवं कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने असंतुष्ट होकर भाजपा से नाता तोड़ लिया था और मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। वहीं लोकसभा चुनाव में जीत के बाद सांसद बने कैबिनेट मंत्री सत्यदेव पचौरी, रीता बहुगुणा जोशी और एसपी सिंह बघेल ने भी मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।

समन्वय बैठक में विस्तार पर चर्चा
वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार, संगठन और संघ के बीच मंगलवार को समन्यवय बैठक में मंत्रिमंडल विस्तार पर गहन विचार-विमर्श किया गया। सूत्रों की मानें तो संघ ने मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले नये चेहरों को लेकर संतुष्टि जताई और राज्य सरकार के कामकाज को सराहा। खासकर युवा चेहरों को मंत्री बनाने के साथ उनको सही तरीके से कामकाज करने के लिए प्रशिक्षित करने को कहा ताकि जनता की उम्मीदों पर खरा उतरा जा सके। जिन मंत्रियों के इस्तीफे लिए गये हैं उनके बारे में भी गहन चर्चा की गयी और उनको संगठन में उचित दायित्व देने को कहा गया। बैठक में आरएसएस के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, पार्टी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश समेत कई प्रमुख लोग शामिल हुए।

फैक्ट मीटर
- 19 मार्च 2017 को योगी मंत्रिमंडल का हुआ था गठन
- 47 लोगों ने ली थी शपथ, सीएम योगी भी शामिल
- 02 डिप्टी सीएम और 22 काबीना मंत्री बनाए गये थे
- 09 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 13 राज्यमंत्री बने थे
- 08 मंत्री ढाई साल के दरम्यान दे चुके हैं इस्तीफा
- 22 मंत्रियों के पद हो चुके हैं खाली, कल लेंगे कई शपथ

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