बजट में खास

- 5.12 लाख

करोड़ का बजट किया गया पेश

- 10 हजार

967 करोड़ 87 लाख रुपये की नई योजनाओं की शुरुआत

- 100 करोड़

- अप्रेंटिस प्रोत्साहन योजना के लिये

50 करोड़

- युवा उद्यमिता विकास के लिए

- 02 हजार

500 रुपए मिलेगा ट्रेनिंग के दौरान भत्ता

-754 सौ

48 लाख करोड़ रुपये ऊर्जा क्षेत्र में

- 270 करोड़

से 18 मंडलों में खुलेंगे अटल आवासीय विद्यालय

- 500 करोड़

अयोध्या एयरपोर्ट के लिए

- 2 हजार

करोड़ गंगा एक्सप्रेस वे के लिए

द्यह्वष्द्मठ्ठश्र2@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

रुष्टयहृह्रङ्ख (18 स्नद्गढ्ड): यूपी के इतिहास का सबसे बड़ा बजट पेश करके योगी आदित्यनाथ सरकार ने युवा सपनों को उड़ान भरने के लिए पूरा 'एक्सप्रेस-वे' तैयार किया है। 5 लाख 12 हजार 860 करोड़ रुपये के बजट में युवाओं को इंडिपेंडेंट बनाने, तरक्की का 'रोड'मैप खींचने, सबको स्वास्थ्य और शिक्षित करने टारगेट भी तय किया है। योगी सरकार युवाओं को उद्यमी बनाने के लिए मुख्यमंत्री अप्रेंटिस प्रोत्साहन और युवा उद्यमिता विकास के नाम से दो योजनाओं की भी शुरुआत की गई है। अप्रेंटिस प्रोत्साहन योजना के लिये 100 करोड़ रुपये और युवा उद्यमिता विकास के लिए 50 करोड़ रुपये का प्रावधान भी है। मंगलवार को योगी सरकार के चौथे बजट को विधानमंडल के दोनों सदनों में पेश करते हुए वित्तमंत्री सुरेश खन्ना ने 10 हजार 967 करोड़ 87 लाख रुपये की नई योजनाओं की शुरुआत का भी ऐलान किया। इस ऐतिहासिक बजट में स्वास्थ्य सुविधाओं पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। पुलिस आधुनिकीकरण, महिलाओं व कन्याओं के साथ-साथ शिक्षागत और बुनियादी ढांचे के विकास के लिये सरकार ने खजाने का मुंह खोल दिया है।

युवाओं को रोजगार परक बनाने पर जोर

- योगी सरकार ने युवाओं के हाथ में काम देने पर विशेष फोकस किया है।

- पहली योजना के तहत सरकार युवाओं को प्रदेश की लघु, सूक्षम व मध्यम इकाइयों में ट्रेनिंग देगी। इस दौरान उन्हें 2500 रुपये का भत्ता भी दिया जाएगा।

- इस योजना के जरिए सरकार का लक्ष्य युवाओं का उनकी पसंद के ट्रेड में दक्षता बढ़ाकर उन्हें स्वावलंबी बनाना है।

-प्रशिक्षित युवा अपना उद्यम स्थापित कर स्वावलम्बी बनें और अन्य लोगों को भी स्थानीय स्तर पर रोजगार दे सकें, इस मंशा से सरकार ने युवा उद्यमिता विकास योजना शुरू करने की घोषणा की है।

- इसके लिए हर जिले में युवा हब स्थापित होंगे। इनके जरिए इच्छुक युवाओं को परियोजना की परिकल्पना से लेकर साल भर तक उनके संचालन में मदद की जाएगी। इसके लिए 50 करोड़ रुपए की व्यवस्थ बजट में की गई है।

-विभिन्न रोजगार योजनाओं के तहत इसके लिए सरकार के पास 1200 करोड़ रुपये पहले से ही उपलब्ध हैं। इसके जरिए हर साल एक लाख युवाओं को स्वावलम्बी बनाने का लक्ष्य है।

स्वास्थ्य सुविधाएं होंगी बेहतर

वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि उनकी सरकार की कोशिश है कि आम लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा आसानी से उपलब्ध हों। इसके लिए एसजीपीजीआई के लिये 820 करोड़ रुपये, लोहिया इंस्टीट्यूट के लिये 477 करोड़ रुपये, केजीएमयू के लिये 919 करोड़ रुपये और लखनऊ कैंसर इंस्टीट्यूट के लिये 187 करोड़ रुपये बजट में प्रस्तावित किये गए हैं। इसके साथ ही जिला चिकित्सालयों को अपग्रेड कर मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के लिये 73 करोड़ 86 लाख रुपये की व्यवस्था बजट में की गई है।

बॉक्स्।

उच्च शिक्षा का हब बनेगा प्रदेश

वित्तमंत्री ने बताया कि प्रदेश को उच्च शिक्षा का हब बनाने के लिये प्रदेश में सात नयी यूनिवर्सिटी स्थापित की जाएंगी। इसमें सहारनपुर, आजमगढ़ और अलीगढ़ में तीन नयी स्टेट यूनिवर्सिटी की स्थापना की जायेगी। इसके अलावा राजधानी लखनऊ में पुलिस फॉरेंसिक यूनिवर्सिटी, प्रयागराज में लॉ यूनिवर्सिटी और गोरखपुर में आयुष यूनिवर्सिटी बनेगी। राजधानी में ही अटल मेडिकल यूनिवर्सिटी स्थापित की जाएगी। 18 मंडलों में अटल आवासीय विद्यालयों की स्थापना के लिये 270 करोड़ रुपये की व्यवस्था बजट में की गई है.उच्च शिक्षा क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं के विकास के लिये राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत 111 करोड़ रुपये की बजट में व्यवस्था की गई है।

बॉक्स।

बुनियादी ढांचे के विकास पर जोर

प्रदेश के बुनियादी ढांचे के विकास पर भी योगी सरकार का जोर है। पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे से बलिया केा जोड़ने के लिये बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे और गोरखपुर को जोड़ने के लिये 91 किलोमीटर लंबी गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के निर्माण को हरी झंडी दी गई है। इसके अलावा मेरठ से प्रयागराज तक देश के सबसे बड़े 637 किलोमीटर लंबे गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिये दो हजार करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। नोएडा के जेवर में निर्माणाधीन नोएडा इंटरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के लिये 2000 करोड़ रुपये का बजट में प्रावधान किया गया है। इसके अलावा अयोध्या एयरपोर्ट के लिये 500 करोड़ रुपये और रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम एयरपो‌र्ट्स के लिये 92.50 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित की गई है। इसके साथ ही मेट्रो के लिए भी खजाने का मुंह खोल दिया गया है। आगरा मेट्रो के लिए 286 करोड़, कानपुर मेट्रो के लिए 358 करोड़ एलॉट करने के साथ ही गोरखपुर और अन्य शहरों में मेट्रो प्रस्ताव तैयार किये जा रहे हैं इनके लिए 200 करोड़ आवंटित कर दिए गए।

बॉक्स

बेटियों व महिलाओं के लिये खोला खजाना

प्रदेश की बेटियों के लिये सरकार ने खजाना खोल दिया है। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के लिये 1 हजार 200 करोड़ रुपये, निराश्रित महिला पेंशन योजना के तहत निराश्रित महिलाओं व उनके बच्चों के भरण पोषण के लिये 1432 करोड़ रुपये और प्रदेश में कुपोषण की रोकथाम के लिये राष्ट्रीय पोषण अभियान कार्यक्रम के लिए चार हजार करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है।

वर्जन।

बजट प्रदेश के समग्र विकास और युवाओं के स्वरोजगार को बढ़ाने वाला है। युवाओं के विकास पर आधारित है। प्रदेश की इकोनॉमी एक ट्रिलियन डॉलर की बन सके, इस लक्ष्य को हासिल करने में इस बजट की बड़ी भूमिका होगी।

योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री

वर्जन

बजट बिना किसी विजन और रोड मैप वाला है। किसानों की आय कई बार दोगुना करने की बात कही गई, लेकिन अभी तक एक फीसद भी आय नहीं बढ़ी। नौजवानों को नौकरी नहीं मिली और शिक्षकों के दो लाख पद रिक्त हैं। पिछले बजट के वायदे भी अब तक अधूरे हैं।

अखिलेश यादव, राष्ट्रीय अध्यक्ष, सपा

कोट

योगी सरकार का बजट जनता की आशाओं व आकांक्षाओं के साथ छलावा है। प्रदेश की 22 करोड़ जनता का हित व कल्याण इस बजट से संभव नहीं है। इस बजट में बड़े-बड़े दावे व वादे किये गए हैं। वह सभी पिछले अनुभवों के आधार पर काफी खोखले व कागजी लगते हैं।

मायावती, राष्ट्रीय अध्यक्ष, बसपा

हाईलाइटर

बजट एक नजर में

पहला बजट: 3 लाख 84 हजार करोड़ रुपये, फोकस: किसान

दूसरा बजट: 4 लाख 28 हजार करोड़ रुपये, फोकस: औद्योगिक विकास

तीसरा बजट: 4 लाख 70 हजार करोड़ रुपये, फोकस: महिला सशक्तिकरण

चौथा बजट: 5 लाख 12 हजार करोड़ रुपये, फोकस: युवा

पिछले के मुकाबले

33 हजार 159 करोड़ रुपये ज्यादा का बजट