- अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष की तरफ से एफआईआर कराने के बाद सामने आए योगी सत्यम

ALLAHABAD: बाघम्बरी मठ के महंत व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्र गिरी की तरफ से क्रियायोग आश्रम एवं अनुसंधान संस्थान, झूंसी के संस्थापक अध्यक्ष स्वामी योगी सत्यम के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज कराया गया था। खुद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराए जाने के बाद सोमवार को योगी सत्यम भी सामने आ गए। योगी सत्यम ने फोन पर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष को जान से मारने की धमकी देने के आरोप का खंडन किया है। योगी सत्यम ने कहा कि अगर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष का आरोप सही है तो वह इसका प्रमाण दे। उन्होंने कहा कि क्रियायोग में जहां हरा पेड़ काटने, हरी पत्ती तोड़ना भी वर्जित है, वहीं किसी को मारने की धमकी या गाली गलौज आदि बहुत दूर की बात है।

महामंडलेश्वर बनाने के लिए मांगी थी मोटी रकम

योगी सत्यम ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने कई बार मुझसे महामंडलेश्वर बनाने के लिए भारी भरकम रकम की डिमांड की थी, जिसको योगी सत्यम के द्वारा मना कर दिया गया। पैसा वसूलने और सामाजिक प्रतिष्ठा व मान मर्यादा को क्षीण करने के लिए उन पर इस प्रकार के गलत आरोप लगाए जा रहे है। योगी सत्यम ने कहा कि महंत नरेन्द्र गिरी अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष है, उन्हें अपने अखाड़े में निर्णय लेने का अधिकार है, वह किसी अन्य आश्रम, संस्था, मठ, मंदिर आदि को फर्जी और सही घोषित करने का कोई अधिकार नहीं रखते है।