- 26 दिसंबर की रात कार सवार बदमाशों ने शाहनजफ रोड से किया था अपहरण

- 24 घंटे बाद हजरतगंज पुलिस ने पिता की तहरीर पर दर्ज किया था केस

- मफलर से गला दबाकर हत्या, बाराबंकी के देवा इलाके में फेंकी लाश

LUCKNOW : एसएसपी आवास से चंद कदमों की दूरी पर कार सवार बदमाशों ने न केवल युवक का सरेआम अपहरण किया बल्कि उसकी दर्दनाक तरीके से हत्या भी कर दी थी। युवक का पिता बेटे के अपहरण का केस दर्ज कराने के लिए थाने और पुलिस के चक्कर लगाता रहा। 24 घंटे बाद पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज किया। तब तक अपहरणकर्ताओं ने युवक की उसी के मफलर से गला दबाकर हत्या कर दी थी और लाश बाराबंकी के देवा इलाके में फेंक दी। युवक की लाश मिलने के बाद पुलिस ने पिता की शिकायत पर तीन आरोपियों को हिरासत में लिया है। हत्यारोपी युवक के सौतेले भाई बताए जा रहे हैं।

हत्या कर देवा रोड पर फेंकी थी लाश

नाका थाना क्षेत्र के राजीव गुप्ता के बेटे विकास गुप्ता (30) को उसके ही सौतेले भाइयों ने 26 दिसंबर की रात बातचीत करने के बहाने हजरतगंज के शाहनजफ रोड स्थित तनिष्क शोरूम के पास से अगवा कर लिया था। इसके बाद बाराबंकी के देवा थाना क्षेत्र के माती इलाके में नहर के किनारे ले जाकर झाडि़यों में मफलर से गला घोंटकर हत्या कर दी थी। पिता ने शुक्रवार सुबह मामला दर्ज कराया तब उन्हें अपहरण की जानकारी हुई। पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। परिवार वालों ने हत्या का आरोप मृतक के सौतेले भाइयों सोनू व बृजेश पर लगाया था, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी भाइयों को देर रात गिरफ्तार कर लिया। सख्ती से पूछताछ करने पर उन्होंने हत्या की बात कबूल कर ली। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर शनिवार शाम विकास के शव को देवा रोड से बरामद किया।

आरोपियों की गाड़ी का चालान

मृतक विकास और सौतेले भाई डीसीएम व लोडर चलवाते थे। गुरुवार रात एक शोरूम में सामान शिफ्ट कराने के लिए विकास गाड़ी लेकर शाहनजफ रोड गया था। वहीं विकास से बता करने के बाद आरोपी सोनू व बृजेश भी पहुंच गए थे। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि विकास ने कुछ दिन पूर्व उनकी गाड़ी का चालान कराया था। कटे हुए चालान की धनराशि नहीं जमा कर रहा था। इससे नाराज होकर उन्होंने विकास को बातचीत के बहाने बुलाकर कार से अगवा किया और फिर घटना को अंजाम देकर शव देवा इलाके में फेंक दिया।

सौतेले भाइयों ने मौत के घाट उतारा

इंस्पेक्टर हजरतगंज धीरेन्द्र कुमार कुशवाहा का कहना है कि राजीव गुप्ता की पत्नी की मौत हो चुकी थी। इसके बाद उसने दूसरी शादी की थी। सोनू व बृजेश पहली पत्नी के बच्चे हैं जबकि विकास दूसरी पत्नी का बेटा था। उनकी विकास से नहीं बनती थी। इन लोगों के बीच प्रापर्टी को लेकर अक्सर झगड़ा हुआ करता था। इसके चलते ही उन्होंने हत्या को अंजाम दिया है।

थाने से पूछताछ कर छोड़ दिया था

हजरतगंज पुलिस ने पिता राजीव गुप्ता की शिकायत पर दोनों सौतेले भाइयों को शुक्रवार को ही हिरासत ले लिया था, लेकिन उन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया था। दोनों आरोपियों को छोड़ने पर पिता ने अफसरों से शिकायत की। इसके बाद पुलिस ने उन्हें दोबारा हिरासत में लिया और पूछताछ के दौरान दोनों ने हत्या की बात कबूली। यहीं नहीं आरोपियों ने विकास की लाश को भी बरामद कराया।