यहां से शुरू की यात्रा
कारेन ने प्यारी सी बच्ची को जन्म दिया और उसको नाम दिया एस्मे। वह प्लेन पर बैठीं, जब उनकी बच्ची अभी तीन महीने की भी पूरी नहीं हुई थी। उनका परिवार एशिया, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की सैर के लिए निकल पड़ा। सभी कारेन की ऑफिस से छुट्टी के मौके पर दस महीने के लिए बाहर निकले।

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ऐसी की पैकिंग
इस दौरान इस परिवार ने महज एक बैग पैक किया और पूरी पैकिंग के साथ किसी रिश्तेदार के यहां चले गए। उन्होंने अपनी कार भी बेच दी, लंदन में घर को किराए पर उठा दिया और शॉन ने एक लैंडस्केपर के रूप में अपना काम छोड़ दिया था। अब कारेन, जो पेशे से खुद एक नर्स है और आयरलैंड में पली-बड़ी है, उन्होंने जब अपने परिवार का ये फैसला सुना तो एकबारगी वह ये सब सुनकर पागल सी हो गई।

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कम लगेज का ऐसे निकाला हल  
इसके बावजूद उन्होंने कम बैग में परिवार का पूरा सामान पैक करने में मदद की। उन्होंने बताया कि उन्होंने परिवार के लिक्विड आइटम और लोशंस को खाली बेबी फूड पाउच में भर लिया। ताकि सामान ज्यादा न लगे। सारी तैयारी कर लेने के बाद पूरा परिवार सबसे पहले आयरलैंड पहुंचा। वहां से सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, मलेशिया, वियतनाम, ताइवान और यहां तक की हॉन्ग-कॉन्ग भी गया। बड़ी बात ये है कि इतने पूरे सफर के दौरान कारेन के साथ उनकी दूध पीती बच्ची एस्मे भी थी। कारेन ने एस्मे को UK और न्यूजीलैंड छोड़ने से पहले अहतियातन ट्रैवेल वैक्सिनेशन भी दिलवा दिया था।

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कारेन बताती हैं
कारेन बताती हैं कि वो इस ट्रिप का खर्चा उठा पाने में सक्षम थे, जिसका पूरा खर्च करीब £10,000 बैठा था। इसके लिए कारेन NHS के साथ अपनी मेटरनिटी पे का शुक्रिया करती हैं। इसके अलावा शॉन ने न्यूजीलैंड में लैंडस्केपिंग का काम शुरू कर दिया। ताकि वो कुछ और पैसे कमा सके।

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यहां-यहां की यात्रा
कारेन ये भी बताती हैं कि उन्होंने ज्यादातर टिकट UK से निकलने से पहले ही बुक करा ली थीं, जब दोनों पति-पत्नी ने अच्छा पैसा इकट्ठा कर लिया था। उन्होंने बताया कि लंबी यात्रा करने के बाद जब वे लंदन लौटे, तब एस्मे करीब 17 महीने की हो गई। उसके बाद फिर उन्होंने थाईलैंड, कम्बोडिया और न्यूजीलैंड की यात्रा तय की।

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जब सोचा मेटरनिटी लीव के बारे में
एक इंटरव्यू के दौरान कारेन कहती हैं कि जब वह एस्मे को पहली बार नवंबर 2014 में यात्रा के लिए ले गईं और अगले साल सितंबर में लौटकर आईं तो उन्होंने कहा कि उन्होंने मेटरनिटी लीव के बारे में सोचा और फैसला किया कि वे उसे यात्रा पर ले जाएंगी। उन्होंने बताया कि वह और उनके पार्टनर शॉन ने जैसे ही उनकी प्रेग्नेंसी के बारे में सुना, दोनों यात्रा को लेकर काफी जिज्ञासु हो गए और वहीं लोग उनको पागल समझते थे। लोग उन दोनों को पागल ही समझते थे, जब वे उनसे सुनते थे कि वे एस्मे को यात्रा पर ले जाना चाहते हैं।

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ऐसी बरती सतर्कता
उन्होंने बताया कि पूरे सफर के दौरान वह एस्मे को लेकर काफी सतर्क रहती थीं। हालांकि उसके छोटे होने के कारण उसको उठाना बेहद आसान था, ऐसे में उनके अनुसार उनके लिए ज्यादा दिक्कत नहीं आई। उन्होंने कहा इस बारे में उनको कोई पछतावा भी नहीं है, क्योंकि इस दौरान वे नए नजारों से रूबरू हुए और नए लोगों से मिले और खूब एंज्वाय किया।

Courtesy by Mail Online

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