-वाट्सअप वीडियो कॉल से बना रहे जूनियर्स का मुर्गा, 20 सीनियर्स पर गाज

-दो सीनियर्स को हॉस्टल से बाहर, 18 पर एक-एक हजार का जुर्माना

LUCKNOW:

केजीएमयू प्रशासन ने सख्ती की तो सीनियर्स ने रैगिंग करने का नायाब तरीका खोज लिया। आधी रात को हॉस्टल में वाट्सअप पर वीडियो कॉल कर जूनियर्स को मुर्गा बनने का फरमान जारी करने लगे। मामला जूनियर्स के पैरेंट्स तक पहुंचा तो प्रॉक्टर से शिकायत हुई। आनन-फानन में 2016 बैच के अनुराग अग्रवाल ओर अभिजीत गुप्त को रैगिंग के आरोप में नोटिस जारी कर हॉस्टल से बाहर कर दिया गया। यही नहीं वीसी की अध्यक्षता वाली एंटी रैगिंग कमेटी के सामने भी दोनों को पेश भी किया जाएगा। केजीएमयू प्रशासन ने सभी के पैरेंट्स को भी सूचना दी है।

रात सवा दो बजे से सुबह 5 बजे तक खेल

केजीएमयू के चीफ प्रॉक्टर प्रो। आरएएस कुशवाहा के अनुसार, कुछ पैरेंट्स ने फोन पर वाट्सअप कॉल द्वारा रैगिंग की शिकायत की थी। जिसके बाद न्यू सीवी हॉस्टल के प्रोवोस्ट डॉ। अनूप कुमार वर्मा (एडीशनल प्रॉक्टर) और असिस्टेंट प्रॉक्टर डॉ। जगदीश नारायन, डॉ। कौशल किशोर अग्रवाल व डॉ। कमलेश्वर सिंह ने 2017 बैच के स्टूडेंट्स से पूछताछ की। पता चला कि 2016 बैच के अनुराग अग्रवाल और अभिजीत गुप्त ने 19 व 20 अगस्त को रात सवा दो बजे से सुबह 5 बजे के बीच कई बार कॉल कर रैगिंग की। जूनियर्स को खास ड्रेस समझाने, तीसरे बटन पर नजर रखने, झुक कर सलाम करने, बाल छोटे करने की धमकी दी गई। इसकी पुष्टि स्टूडेंट्स द्वारा लिए गए स्क्रीन शॉट से हुई है।

मोबाइल के सामने बनो मुर्गा

19 अगस्त की रात ढाई बज रहे थे, अचानक फ‌र्स्ट फ्लोर के एक कमरे में वाट्सअप काल आती है। रिसीव करते ही दूसरी तरफ से गालियों की बौछार के साथ अपना परिचय दिया जाता है। स्टूडेंट समझ जाता है कि सीनियर का फोन है। सीनियर के आदेश पर अगल बगल के कमरों से 12-13 लड़कों को बुला लाता है। इसके बाद शुरू होती है सीनियर्स की क्लास। किसी को बाल बड़े होने पर टाइट किया गया और दूसरे दिन बैच में किसी के भी बाल बड़े मिलने पर सीधे उसी को दंडित करने का हुक्म सुना दिया जाता है। वीडियो कॉलिंग से एक एक कर सभी को एक छात्र से थप्पड़ मारने का हुक्म दिया। साथ ही सबको आधे घंटे मुर्गा रहने का फरमान।

और नाइंटी मारने का आदेश

सीनियर्स ने कहा कि चलते समय सामने वाली की तीसरी बटन पर नजर रखनी है और सीनियर दिखते ही दूर से तब तक नाइंटी (90 डिग्री झुक कर सलाम) मारनी है, जब तक वह सामने से निकल न जाए। पूरे बैच को मेडिकल एंथम भी सिखाने की जिम्मेदारी एक मेडिकल छात्र को सौंपी गई है।

नहीं माने तो कोर्स से बाहर

चीफ प्रॉक्टर प्रो। आरएएस कुशवाहा ने बताया कि सभी स्टूडेंट्स ने लिखित में शपथपत्र लिया गया है कि वे रैगिंग नहीं लेंगे। वीसी प्रो। एमएलबी भट्ट की कमेटी के सामने सभी को पेश किया जाएगा। कोई दोबारा रैगिंग में शामिल पाया गया तो कोर्स से बाहर कर दिया जाएगा।

बढ़ा दबाव तो खोजा ये फंडा

रैगिंग रोकने के लिए केजीएमयू प्रशासन की सख्ती के कारण सीनियर्स की एक नहीं चल रही है। सख्त आदेश दिए गए हैं कि फ्रेशर्स की रैगिंग लेते दिखे तो सख्त कार्रवाई करते हुए कोर्स से निकाला भी जा सकता है। इस कारण रैगिंग का स्वरूप बदल गया। अब तक केजीएमयू के टीचर भी दबी जुबान में स्वीकार करते थे कि मोबाइल पर कोई बात करता है तो रोक पाना संभव नहीं है। लेकिन इस बार चीफ प्रॉक्टर प्रो। आरएएस कुशवाहा व उनकी टीम ने रैगिंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है।

रात में बजती है दहशत की घंटी

न्यू चक्त्रवर्ती छात्रावास के एक स्टूडेंट के अनुसार पिछले कुछ दिनों से लगातार सीनियर्स की कॉल्स आ रही हैं। कोई जार्जियन होने के बारे में समझाता है तो कोई चालीसा सुनाने को कहता है। इससे कुछ लोगों को दिक्कत हुई लेकिन कोई शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। रात 10 बजे के बाद जिसके भी मोबाइल की घंटी बजती है वह दहशत में आ जाता है। रात में पढ़ाई भी करनी है लेकिन कहीं मोबाइल न बज उठे, डर सता रहा है। फोन भी उठाना जरूरी है क्योंकि फ‌र्स्ट इयर में पढ़ाई में होने वाली दिक्कतों बुक्स आदि के बारे में जानकारी और हेल्प उन्हीं से मिलती है।

महिला ने की फोन पर शिकायत

सूत्रों के अनुसार, दो दिन पहले प्रॉक्टर कार्यालय में कॉल करके एक महिला ने सूचना दी थी कि संस्थान चाहे जितना दावा करे लेकिन रैगिंग जारी है। उनके बेटे के साथ यह हो रहा है लेकिन वे अपनी और बेटे की पहचान नहीं बता सकती। डर है कि सीनियर कहीं उन्हें परेशान न करें।

18 स्टूडेंट्स पर एक हजार का फाइन

प्रॉक्टोरियल बोर्ड जूनियर्स पर 24 घंटे नजर रख रहा है। गुरुवार को एमबीबीएस 2016 बैच के 18 छात्र एक साथ न्यू चक्रवर्ती हॉस्टल के सामने खड़े मिले। पूछने पर पता चला कि वे जूनियर्स को देखने के लिए खड़े हैं। प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों ने सभी को चीफ प्रॉक्टर के समक्ष पेश किया और सख्त हिदायत देते हुए सभी पर एक एक हजार रुपए का जुर्माना लगाया है। साथ ही दोबारा शपथ पत्र देने का निर्देश दिया और कहा कि ऐसा कृत्य करते पाए गए तो अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।