आईआईटी के बाद पहली बार शुरू होगा कोर्स

एकेटीयू शुरू करने जा रहा है नैनोटेक्नोलॉजी व मेकट्रॉनिक्स कोर्स

देश से लेकर विश्व में इस तकनीकी का बढ़ रहा स्कोप

Meerut . एकेटीयू में इस सत्र से शुरु हो रहे दो नए कोर्स नैनो टेक्नोलॉजी व मेकट्रॉनिक्स भावी इंजीनियरों को सुनहरा अवसर देगा. यह माना जा रहा है कि आईआईटी के बाद प्रदेश का यह पहला विश्वविद्यालय होगा, जहां पर ये दोनों कोर्स शुरू होंगे. जानकारों केमुताबिक आने वाला समय नैनो टेक्नॉलोजी का ही है,ऐसे में सूक्ष्म यानि नैनो टेक्नोलॉजी की पढ़ाई से छात्रों को विशाल मौके मिलेंगे. हालांकि इनसे पहले भी कुछ विषयों को ही जोड़ा गया था, लेकिन अब कोर्स के रूप में ही पूरे विषय का विस्तार किया जा रहा है.

दोनों ही कोर्स मौजूद

सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज के तहत ही सत्र 2018-19 में केवल कुछ ही टॉपिक्स जोड़े गए थे, जिसके बाद इनमें रुचि बढ़ते देख इन दोनों कोर्सो की शुरुआत की जाएगी. प्रत्येक कोर्स में 18-18 सीटें होंगी, प्रवेश परीक्षा के माध्यम से ही सीटों पर दाखिले होंगे. अभी तक आईआईटी में ये दोनों कोर्स उपलब्ध थे. अगर दोनों कोर्सो में छात्रों का सकारात्मक रुझान रहा तो आने वाले समय में एकेटीयू से संबद्ध कॉलेजों में भी इसकी शुरुआत करने की योजना बनाई गई है.

यह है नैनो टेक्नोलॉजी

एडवांस स्टडीज के डॉ. मनीष गौड़ ने बताया कि नैनो टेक्नोलॉजी वह अप्लाइड साइंस है, जिसमें 100 नैनोमीटर से छोटे पार्टिकल्स पर भी काम किया जाता है. आज इस तकनीक की मदद से हर क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन देखने को मिल रहा है. नैनो टेक्नोलॉजी का उपयोग वषरें से बहुलक पॉलीमर तथा कंप्यूटर चिप में हो रहा है.

टेक्नोलॉजी का उपयोग

नैनो टेक्नोलॉजी का सूचना प्रौद्योगिकी और कंप्यूटर, भवन निर्माण सामग्री, वस्त्र उद्योग, इलेक्ट्रॉनिक्स और दूर संचार, घरेलू उपकरण, कागज और पैकिंग उद्योग, आहार, वैज्ञानिक उपकरण, चिकित्सा और स्वास्थ्य, खेल जगत, ऑटोमोबाइल्स, अंतरिक्ष विज्ञान, कॉस्मेटिक्स, अनुसंधान और विकास जैसे क्षेत्र में इसका उपयोग होता है.

ये हैं खास अवसर

नैनो टेक्नोलॉजी का कौशल रखने वाले लोगों को ऑटोमोबाइल, रसायन, फार्मा, इलेक्ट्रॉनिक, ऊर्जा समेत तमाम क्षेत्रों में कारोबार करने वाली कंपनियां रोजगार दे रही हैं. इसके अलावा स्वास्थ्य उद्योग अनुसंधान व परामर्श, फार्मास्युटिकल्स, मेडिकल, कृषि, खाद्य व पेय, पर्यावरण उद्योग, सरकारी अनुसंधान व विकास, विश्वविद्यालय व निजी शोध संस्थान, उद्यम, प्रबंधन और बायोटेक्नोलॉजी में रोजगार के बेहतर मौके हैं.

आज की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए ही इस तरह के कोर्स में परिवर्तन किए जाते है, ताकि स्टूडेंट्स को भविष्य में करियर बनाने में भरपूर मदद मिल सके.

एसके सिंह, रजिस्ट्रार एमआईईटी

एकेटीयू समय-समय पर कई ऐसे कदम उठाता रहा है, जिनसे स्टूडेंट्स को भविष्य में फायदा हो. इसी कड़ी में कुछ बदलाव किए गए हैं.

आदेश गहलौत, रजिस्ट्रार, बीआईटी