-अमीनाबाद की ऐतिहासिक विरासत कार्यक्रम का आयोजन

LUCKNOW: अमीनाबाद एक ऐतिहासिक विरासत कार्यक्रम सोमवार को झण्डे वाले पार्क में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में बच्चों को अमीनाबाद के इतिहास के बारे में बताया गया। यह कार्यक्रम 21वें युवा महोत्सव के तत्वावधान में आयोजित हुआ। कार्यक्रम की संयोजिका ऋचा आर्या ने बताया कि इसमें गंगोत्री शिशुग्रह, प्रथम संस्था, लखनऊ मॉडल पब्लिक कालेज, चबूतरा थिएटर पाठशाला, ग्रीनवे पब्लिक स्कूल, एसबी पब्लिक हाईस्कूल, ब्राइट कैरियर इंटर कॉलेज के बच्चों ने अमीनाबाद के इतिहास को जाना। कार्यक्रम में पेटिंग के माध्यम से अमीनाबाद की ऐतिहासिक विरासत को दर्शाया।

क्यों पड़ा अमीनाबाद नाम

कार्यक्रम में बच्चों को बताया गया कि 1877 के लखनऊ गजेटियर के अनुसार, अवध के पहले नवाब मीर मोहम्मद अमीन के नाम पर इस क्षेत्र का नाम अमीनाबाद पड़ा। अन्य मतावलम्बियों के अनुसार, अवध के दसवें शासक अमजद अली शाह के प्रधानमंत्री इमदाद हुसैन के नाम पर अमीनाबाद का नामकरण हुआ। अमीनाबाद के दक्षिण पश्चिम में जनाना पार्क महिलाओं के हित चिंतन का च्वलंत प्रमाण है। इसी समय की एक मस्जिद है, जो पड़ाइन की मस्जिद के नाम से प्रसिद्ध है। इस मस्जिद मे सभी सम्प्रदायों के अनुयायी मन्नतें मांगने आया करते थे।

तब पहली बार फहराया गया झण्डा

अमीनाबाद में ही स्थित अमीनुद्दौला पार्क में स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान 1928 को पहली बार इस पार्क में झण्डा फहराया गया और तब से इस पार्क को झण्डे वाला पार्क कहा जाने लगा। जब रात्रि 12:00 बजे, 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र हुआ था तो आजादी का जश्न 16 अगस्त को झण्डे वाला पार्क में ही मनाया गया था। युवा महोत्सव के संयोजक मयंक रंजन के अनुसार, युवा महोत्सव की ओर से 21 अप्रैल को राय उमानाथ बली प्रेक्षाग्रह में अवधी संस्कारों पर आधारित अवधी गायन एवं नृत्य के कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा तथा इसके बाद 5 मई को लखनऊ के संगीत निर्देशक नौशाद अली को समर्पित कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा।